________________
श्रमण
हिन्दी खण्ड प्रस्तुत अङ्क में
१. पाणिनीय व्याकरण का सरलीकरण और आचार्य हेमचन्द्र
श्यामघर शुक्ल
२. वसुदेवहिंडी का समीक्षात्मक अध्ययन
Jain Education International
डॉ० कमल जैन
३. हर्षपुरीयगच्छ अपरनाम मलधारीगच्छ का संक्षिप्त इतिहास
डॉ० शिवप्रसाद
For Private & Personal Use Only
३
पृष्ठ
३६
-
१०
११ - ३५
६७
www.jainelibrary.org