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________________ पाट पर३१ मा पुदि ९ लक्ष्मी सागरसूरि Jain Education International कुंयुनाथ को शांतिनाथ जिनालय, विनयसागर, पूर्वोक्त, प्रतिमा का लेख रतलाम लेखांक ७९३ १८८ १५३५ मार्ग वदि १२ पद्मशेखरसूरि के पढ़- पार्श्वनाथ की शीतलनाथ नाहर, पूरनचन्द धर पद्माणंदसरि प्रतिमा का लेख जिनालय, उदयपुर पूर्वोक्त, भाग-२ लेखांक १०९८ एवं विनयसामर, पूर्वोक्त, लेखांक ४५८ For Private & Personal Use Only १८९ १५३७ वैशाख सुदि ३ , आदिनाथ की प्रतिमा का लेख जैनमंदिर, [खंभात] बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, भाग-२ लेखांक ८६८ १९० १५३७ माघ वदि १३ मानदेवसूरि विमलनाथ की पार्श्वनाथ जिनालय, नाहर, परनचन्द, शुक्रवार प्रतिमा का लेख हैदराबाद पूर्वोक्त, भाग-२ लेखांक २०५३ १९१ १५३८ मार्गसिर वदि ५ धर्मसुन्दरसूरि के पट्टधर विमलनाथ की बड़ाजिनालय, विनयसागर, पूर्वोक्त, लक्ष्मीसागरसूरि पंचतीर्थी प्रतिमा नागौर लेखांक ८१८ का लेख www.jainelibrary.org
SR No.525001
Book TitleSramana 1990 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year1990
Total Pages122
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size5 MB
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