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जैनविद्या 18
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परिशिष्ट 'द' स्वामी समन्तभद्राचार्य की यायावरी का मानचित्र
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1.
त्रिचनापल्ली 2. कांची 3. कांचीपुरम (कांजीवरम्)
पटना
मालवा 6. सिन्ध 7. ठक्क (पंजाव)
विदिशा 9. कर्णाटक 10. करहाटक (कोल्हापुर) 11. कौशाम्भी 12. मणवक हल्ली 13. पुण्ड्र (बंगाल) 14. उडू (उडीसा) 16. वाराणसी
परिशिष्ट 'स' और 'द' हमारे पुत्र चि. राजेश जैन B.Arch. ने बड़ी सुन्दरता और सफाई से तैयार किये हैं अत: ये शुभाशीष और धन्यवाद के पात्र हैं। इस विस्तृत लेख में जिन मनीषियों की सामग्री का उपयोग किया गया है उन सबके प्रति आभार व्यक्त करता हूँ। विशेषतया स्व. जुगलकिशोर जी मुख्तार सा. को जिन्होंने अब से लगभग 70-75 वर्ष पूर्व स्वामी समन्तभद्र पर विशेष शोध-खोजकर जैन वाङ्मय के भण्डार को श्रीसम्पन्न और समृद्ध किया था।
श्रुति कुटीर 68, विश्वासनगर, शाहदरा, दिल्ली - 32