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________________ सिद्धान्तागम स्तव-जिनप्रभ सूरि (1295-1333) गौतम स्तात्र--जिनप्रभ सरि (1295-1333) पार्श्वनाथस्तोत्र ---जिनप्रभ मरि (1295 1333) अजितशांति स्तवन ---- जिनप्रभ मूरि (1295-1333) चतुर्विंशतिजिनस्तव ---- जिनप्रभ मृरि ( 1295. 1333) चतुर्विंशतिजिनस्तुति --- धर्मघाप ( 1300) यमक स्तुति ---- धर्मघोष ( 1300) अम्बिका स्तवन -- महामात्यवस्तुपाल ( 1300) अजितशातिस्तव (प्राकृत)- वीरगण (1253) रत्नाकारपंचविंशतिका --रत्नाकर (लगभग 1253) समन्तभद्र भारती स्तोत्र -- नागराज (1253) वीतरागस्तव-विवेकसागर ( 14वीं शती) चतुर्विंशति जिनस्तुति -- धर्मशखरगणि ( 14वीं शती) सूर्य सहस्रनाम स्तोत्र - भानुचन्द्र गणि ( 14वीं शती) शारदास्तवन-शुभचन्द्र भट्टारक (14वीं शती) स्तम्भ पार्श्वग्तव - नपचन्द्र सरि (लगभग 14वीं शती) सौमतिलक-- नयचन्द्र सूरि (लगभग 14वीं शती) अजित शांति स्तव ..... जयशेखर ( 1300 ई.) मदालसास्तोत्र.... शुभचन्द्र अध्यात्मी (1312) पइभाषा विभूषित शांतिनाथ स्तवन---जिनपद्म ( 1335.44) चत्रहारालिचित्र स्तव-जयतिलक (1350) शांतिजिन स्तोत्र --- पद्यतन्दि भट्टारक (1360-95) परमात्मराज स्तोत्र ...- पद्मनन्दि भट्टारक (1360-95) जीरावाली पाश्वनाथ स्तोत्र -- पद्मनन्दि भट्टारक (1360--95) रावणपार्श्वनाथ स्तोत्र - पद्मनन्दि भट्टारक ( 1360-95) वीतराग स्तोत्र ---पद्मनन्दि भट्टारक ( 1360-95) लक्ष्मी स्तोत्र - पद्मन्दि भट्टारक ( 1360-95) हारावली चित्रस्तोत्र.... जयतिलक ( 13-19 1413) जिनस्तोत्र रत्रकोश --मुनि सुन्दर (1378) परमात्मगज स्तोत्र ---- भट्टारकायकलकीर्ति ( 1443-1499 संवत्) वीरस्तात्र ...-सोमतिलक (15वीं शती) चतुर्विंशति जिन स्तवन ---- सोमतिलक (15वीं शती) अम्बिका स्तवन-वस्तुपाल ( 15वीं शती) चत्तिति जिन स्तवन -- धर्मशखरगण (15वीं शती) त्रिसंधान स्तोत्र --- रत्नशेखर सृरि ( 15वीं शती) जिनसहस्रनाम --- देवविजयगण (16वीं शती) चविंशति स्तुति ---मेरूविजय (16वीं शती) श्री आदिजिन स्तोत्रम् - उपाध्याय यशोविजय (16वीं शती) श्री पार्श्वजिन स्तोत्रम् --- उपाध्याय यशोविजय (16वीं शती) श्री शइखेश्वर पाश्रुजिन स्तोत्रम् ---उपाध्याय यशोविजय (16वीं शती) श्री महावीर प्रभु स्तोत्रम् --- उपाध्याय यशाविजय ( 16वीं शती) वीर स्तव --. उपाध्याय यशोविजय (16वीं शती) स्तुति गीत --उपाध्याय यशाविजय ( 16वीं शती) जिनसहस्रनाम --विनय विजय (17वीं शती) महावीगष्टक-- भागेन्द्र ( 19वीं शती) बीसवीं सदी के स्तोत्र काव्य महावीर स्तवनम-डॉ. पन्नालाल, साहित्याचार्य महावीर स्तोत्रम् - डॉ. पन्नालाल, साहित्याचार्य विद्यासागराष्टकम् --- डॉ. पन्नालाल, साहित्याचार्य सायिक पाठः --डॉ. पन्नालाल, साहित्याचार्य तं धर्मसिन्धुप्रणमामि नित्यम-- डॉ. पन्नालाल, साहित्याचार्य आचार्य शांतिसागरवन्दना - डॉ. पन्नालाल, साहित्याचार्य बाहुबल्यष्टकम्-डॉ. पन्नालाल, साहित्याचार्य आचार्य धर्मसागर महाराज प्रति --डॉ. पन्नालाल, साहित्याचार्य तं देशभृषणमहर्षिमहं समीड-डॉ. पन्नालाल, माहित्याचार्य साधु-वन्दना - डॉ. पत्रालाल, साहित्याचार्य विनयाञ्जलयः - डॉ. पन्नालाल, साहित्याचार्य श्री गुगे शिवसागरम्य स्तवः -- आचार्य ज्ञानसागर शारदास्तुतिः ----आचार्य विद्यासागर आचार्य श्री शांतिसागर स्तुतिः - आर्यिका ज्ञानमती माताजी श्री शिवसागराचार्य स्तुतिः -- आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी श्री महावीरकीाचार्य स्तुतिः -- आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी श्री धर्मसागराष्टकम् - आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी भगवत्स्तुतिः -- मुनि सोहनलाल मातृकीर्तनम् --- मुनि सोहनलाल देवगुरु स्तोत्रम् -- मुनि सोहनलाल अष्टोनरशतनाम स्तोत्रम् -- आर्यिका विशुद्धमती माताजी आचार्य शिवसागर स्तोत्रम् - आयिका सूपाश्रमती माताजी जम्वजिनाष्टकम् ----- पं. दरबारीलाल जी कोठिया वीराष्टकम् --- पं. वंशीधरजी व्याकरणाचार्य वीतराग स्तुतिः -चन्दनमुनि श्री कालकीर्तन -... मनि नथमल (आचार्य महाप्रज्ञ) तुलसी स्तोत्रम --- मुनि नथमल ( आचार्य महाप्रज्ञ) भिक्षगुणोत्कीर्तनम् -- मुनि नथमल ( आचार्य महाप्रज्ञ) तेरापंथी स्तोत्रम् - मुनि नथमल ( आचार्य महाप्रज्ञ) जिन चतुर्विंशतिका ---- मुनि नथमल (आचार्य महाप्रज्ञ) तुलसी अष्टकम् - मुनि नथमल (आचार्य महाप्रज्ञ) श्री तुलसी स्तोत्रम् -- मुनि बुद्धमल्ल चतुर्विंशति स्तवनम् --- आचार्य तुलसी अहत् स्तुतिः --आचार्य तुलसी वर्धमान स्तोत्रम् --- आचार्य घासीलाल शिवाटक स्तोत्रम् --- आयिंका जिनमती जी भक्तामर रहस्यम् --- पं कमलकुमार शास्त्री आचाय शिवसागर स्तुति--पं. मूलचन्द्र शास्त्री गणश स्तुतिः --- पं. मूलचन्द्र शास्त्री अभिनव स्तोत्रम् --पं. मूलचन्द्र शास्त्री श्री आचार्य ज्ञानसागर संस्तुति - पं. मूलचन्द्र शास्त्री पदाप्रभस्तवनम-पं. जवाहर लाल शास्त्री गुरु गौरवम् - मुनि डूंगरमल शिवाष्टक स्तोत्रम --- आर्यिका जिनमती जी 820 तुलसी प्रज्ञा अंक 116 117 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524611
Book TitleTulsi Prajna 2002 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShanta Jain, Jagatram Bhattacharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2002
Total Pages122
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Tulsi Prajna, & India
File Size6 MB
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