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अनुक्रमणिका/Contents
विषय
लेखक
पृष्ठसंख्या
1. समाज व्यवस्था और धर्म के प्रयोग आचार्य महाप्रज्ञ
1-4 2. जैन दर्शन में क्रियावाद का दार्शनिक स्वरूप साध्वी गवेषणा
5-17 3. जैन दर्शन में सूक्ष्म जीवों की स्थिति डॉ. अनिल कुमार जैन 18-30 4. श्वेताम्बर जैनग्रन्थद्रव्यानुयोग तर्कणा में डॉ. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी 31-36
पर्याय का स्वरूप 5. प्राकृत भाषा : स्वरूप, विमर्श एवं विकास डॉ. श्रीरंजन सूरिदेव 37-48 6. हास्यार्णव प्रहसनम् हास्य रस की पृष्ठभूमि में डॉ.गोपाल शर्मा 49-56 7. शिक्षा में मूल्यों की प्रतिष्ठा सुरेश पंडित
57-60 8. जैन दर्शन के परिप्रेक्ष्य में मूल्य चिन्तन समणी सत्यप्रज्ञा 61-66 9. ऋषभायणः भारतीय संस्कृति के आदि जतनलाल रामपुरिया 67-90
सर्ग की दिव्य परिक्रमा 10. पराशर स्मृति में अहिंसा
डॉ. बच्छराज दूगड़ 91-95 11. पर्यावरणीय चिन्तन आचार्य महाप्रज्ञ प्रो. नलिन शास्त्री 96-101
के साहित्य में 12. अखण्ड मानवता का आन्दोलन-अणुव्रत प्रो. अभिराज राजेन्द्र मिश्र 102-107 13. पुनर्जन्म और जाति स्मृति साध्वी जतनकुमारी 108-117 14. राष्ट्रीय परिसंवाद
118-122 15. Economic of Mahaveer
Prof. H.C. Singi 123-126 16. Moral and Personal values in 3 Rashmi Dhar 127-130
Human Behaviour 17. Education and Religion
Prof. Musafir Singh 131-139 Asutosh Pradhan
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