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१ मिनट में १५ से २० तक श्वास लेता है ।
• बोलते समय १ मिनट में २० से २५ तक श्वास लेता है। ० नींद में १ मिनट में २५ से ३० तक श्वास लेता है । • क्रोध, भय आदि उत्तेजना में १ मिनट में ३० से ६० तक श्वास लेता है । ० वासना के आवेग में या संभोग में १ मिनट में ६० से भी अधिक श्वास
उच्छ्वास लेता है।
औसतन मनुष्य के १ मिनट में २० श्वासोच्छ्वास मानें तो १ घंटा में वह २०४६०=१२०० श्वासोच्छ्वास लेता हैं ।
एक दिन (२४ घंटे) में २४४१२००=२८८००
सामान्यतया मनुष्य दिन में २ बार खाना खाता है, एक दिन में वह २८८०० श्वास लेता है । २ बार खाना खाता है इसलिए २८८००:२=१४ ०० श्वासोच्छ्वास के बाद खाना खाता है। यदि दिन में १ बार खाए तो २८८०० श्वासोछ्वास के बाद खाना खाएगा।
भूख के आधार पर देवताओं के संबंध में कल्पना करें तो २८८०० श्वासोच्छ्वास= २४ घंटा
२८८००
२४०००x२४. २४०००
० घंटा
२८८०० मनुष्य को २० घंटा के बाद खाने की इच्छा होनी चाहिए, जबकि मनुष्य एक दिन-रात में दो बार खाना खाता है। परन्तु आहार की इच्छा कब होती है, यह निश्चित नहीं है। देवताओं को २४८०० श्वासोच्छ्वास के बाद भूख लगती है। उसी परिमाण के आधार पर मनुष्यों को २० घंटा बाद आहार की इच्छा होनी चाहिए।
चूंकि मनुष्य १ दिन-रात में २८८०० श्वासोच्छ्वास लेता है इसलिए १ मास (३० दिन-रात) में २८८००४ ३०=८६४००० १ वर्ष (१२ मास) में ८६४०००४१२=१०३६८००० १०० वर्ष में १०३६८०००x१००=१०३६८०००००
अर्थात् मनुष्य १०० वर्ष में १ अरब ३ क्रोड ६८ लाख श्वास लेगा। देवताओं की स्थिति
एक सागरोपम आयुष्य वाले १५ दिनों में १ श्वास लेते हैं। १०३६८००००० श्वास लेने में कितने दिन लगेंगे ? एक से लेकर ३३ पक्ष में एक श्वास लेने वाले देवों को कितने दिन लगेंगे ? इन प्रश्नों का गणितीय उत्तर इस प्रकार हैबम २१, अंक
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