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________________ २१७८४४=८७१२ २२१४३१२-६८९५२ इस संख्या को उल्टे रखकर गुणा करने पर गुफनफल भी वही संख्या उल्टे क्रम से आती है। १२२४२१३-२५९८६ २२१ की उल्टी संख्या १२२, ३१२ की उल्टी संख्या २१३, गुणनफल ६८९२५ का उल्टा २५९८६ है। (७) तीन अंकों की कोई संख्या लें और वही संख्या उसके आगे लिख दें। फिर उसमें ७ का भाग दें। भाग पूरा जाएगा। जो भागफल हो उसमें ११ का भाग दें, भाग पूरा जाएगा। अब जो भागफल आए उसमें १३ का भाग दें। भागफल वही आएगा जो आपने प्रारंभ में तीन संख्या ली थी। यह गणित का चमत्कार है। (८) किस संख्या को किस संख्या से गुणा करने पर १२ एका (११११११११११११) आते हैं ? प्रश्न के उत्तर में मुनिश्री ने चार संख्याएं दी हैं (१) १००९९९८९९४९९०१-११११११११११११ (२) ११२२२२११४९९०१-११११११११११११ (३) ३७४०७३७४२९७०३=११११११११११११ (४) १०९९०११४१०११०१-११११११११११११ किस संख्या को किस संख्या से गुणा करने पर १६ वार नव (९) की संख्या आती है । मुनिश्री ने तीन उदाहरण प्रस्तुत किए हैं (१) ५८८२३५२९४११७६४७४१७-९९९९९९९९९९९९९९९९ (२) ३२२५८००६४५१६१२९४३१=१६ बार ९ की संख्या (३) ३५८४२२२९३९०६८१४२७९=१६ बार ९ की संख्या इसी प्रकार १८ नव की संख्या के लिए गुणा दिया हुआ है५२६३१५७८९४७३६८४२१४१९=१८ बार नव की संख्या । (९) प्रश्न-किस संख्या को किस संख्या से गुणा करने पर १०१०१ आते उत्तर-इसके लिए मुनिश्री ने ६ गुणा प्रस्तुत किये हैं(१) ४८१४२१ (२) १४४३४७ (३) ७७७४१३ (४) २७३४३७ (५) १११४९१ (६) ३३६७४३ १०१०१ के बाद १०४०१, १०७०१, १०८०१, १०९०१, ११००१ से लेकर २०००१ तक के गुणा दिए हुए हैं। खण्ड २२, अंक ४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524586
Book TitleTulsi Prajna 1996 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParmeshwar Solanki
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages246
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Tulsi Prajna, & India
File Size10 MB
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