________________ Regd. NO. R. N. 8340/75 TULSI PRAJNA July-September, 1978 जैन विश्व भारती, लाडन महत्त्वपूर्ण प्रकाशन वाचना प्रमुख : आचार्य श्री तुलसी, विवेचक तथा सम्पादक : मनि श्री नथमलजी 8000 आगम ग्रन्थ : मुल्य 1. अंगसुत्ताणि 1 (आयारो, सूयगडो, ठाणं, समवाओ) 85.00 2. अंगसुत्ताणि 2 (भगवई : विआपण्णत्तो) 10.00 3. अंगसुत्ताणि 3 (णायाधम्मकहाओ, उवासगदसाओ, अंतगडदसाओ,) अंणत्तरोववाइयदसाओ, पण्हावागरणाइ, वियगसृयं) उपर्युक्त तीनों ग्रन्थ संशोधित मूलपाठ, पाठान्तर, पाठान्तर-विमर्श, जाव" पूर्ति और उसके आधारस्थल, विषयसूची, सम्पादकीय तथा भूमिका से युक्त, प्रत्येक भाग 1100-1200 पृष्ठि -4. दसवेलियं (द्वितीय संस्करण) पृष्ठ 612 साईज डिमाई; 85.00 5. ठाणं पृष्ठ 1200, 12500 6. आयारो-मूलपाठ, हिन्दी अनुवाद तथा टिप्पण 30.00 7. दशवकालिक (गुटका) मूलपाठ 8. उत्तराध्ययन (गुटका) मूलपाठ 6. दशवकालिक तथा उत्तराध्ययन-मान हिन्दी अनुवाद 15.0 10. दशवकालिक, उत्तसध्ययन (हिन्दी-पद्यानुवाद) 10.00 प्रागमेतर ग्रन्थ : 1. श्रमण महावीर-मुनिश्री नथमल 16.00 2. भगवान महाबीर-आचार्य श्री तुलसी 5.00 3. भरतबाहवलि महाकाव्यं - अनु० मुनि श्री दुलहराज 30.00 4. सत्य की खोज : अनेकांत के आलोक में-मुनि श्री नथमल 5. थ्योरी ऑफ एटम इन जैन फिलोसफी-जे० एस० जवेरी 6. श्रेणिक बिम्बिसार एण्ड कृणिक अजातशत्रु 7. प्रतिदिन का एक विचार (गुटका)-श्रीचन्द रामपूरिया -:प्राप्ति स्थान : - जैन विश्व भारती, लाडनू (राजस्थान) Jain Vishva Bharati, Ladnun (Raj), 347306 प्रकाशक-मुद्रक : रामस्वरूप गर्ग, कार्यालय-सचिव, जैन विश्वभारती लाडनूं, श्याम प्रेस लाडन के लिए एस. नारायण एण्ड संस 7117/18 पहाड़ी धीरज दिल्ली में मुद्रित Farm room 0000 000000 ow 2009 000000 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jardel