________________ " 80... श्री जैन विश्व भारती, लाडन के महत्त्वपूर्ण प्रकाशन वाचना प्रमुख : प्राचार्य तुलसी विवेचक तथा सम्पादक : मुनि नथमल आगम ग्रन्थ 1. अंगसुत्ताणि 1 (आयारो, सूयगडो, ठाणं, समवाओ) मूल्य 85.00 2. अंगसुत्ताणि 2 (भगवई : विआहपण्णत्ती) 3. अंगसुत्ता रिण 3 (नायाधम्मकहाओ, उवासगदसाओ, अतगडदसाओ, अरगुत्तरोववाइयदसाओ, पण्हावागरणाई विवागसूयं) उपर्युक्त तीनों ग्रन्थ संशोधित मूलपाठ, पाठान्तर, पाठान्तर विमर्श "जाव' पूति और उसके आधारस्थल विषयसूची, संपादकीय तथा भूमिका से युक्त प्रत्येक भाग 1100-1200 पृष्ठ / दसवेआलियं (द्वितीय संस्करण) 85.00 5. ठाणं 6. आयारो-मूलपाठ, अंग्रेजी अनुवाद तथा टिप्पणों से युक्त / 25.00 7. दसवैकालिक (गुटका) मूलपाठ 1.00 8. उत्तराध्ययन (गुटका) मूलपाठ / 3.00 6. दसवैकालिक तथा उत्तराध्ययन-मात्र हिन्दी अनुवाद आगमेत्तर ग्रन्थ 11. श्रमण महावीर-मुनि नथमल 16.00 2. भगवान महावीर-आचार्य तुलसी 5.00 भरतबाहुबलिमहाकाव्यं ---अनु० मुनि दुलहराज 4. सत्य की खोज : अनेकांत के आलोक में-मुनि नथमल 5.00 5. थ्योरी ऑफ एटम इन जैन फिलासफी-जे. एस जवेरी 6. श्रेणिक बिम्बिसार एण्ड कूणिक अजातशत्रु---मुनि नगराज 00.00 .00 000 7.00 -: प्राप्ति स्थान :आंचलिक कार्यालय मुख्य कार्यालय 210, राउज एवेन्यू लाडनू नई दिल्ली-१ (राजस्थान) प्रकाशक-मुद्रक रामस्वरूप गर्ग-कार्यालय सचिव, जन विश्व भारती, लाडनू, श्याम प्रेस, लाडनू के लिये एजूकेशनल प्रस, बीकानेर में मुद्रित / Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org