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________________ 12. अनन्तनाथ स्वामी बसदि, अनन्तकृष्णपुरम्, । (F) त्रिचूर जिला (Thrissur- 680 020) पुडियारमल अध्यक्ष- एम. पी. वीरेन्द्रकुमार, (पूर्व | 23. चन्द्रप्रभस्वामी बसदि, पेरुवासेरी (वर्तमान में दुर्गा । केन्द्रीय मंत्री)। मंदिर के रूप में स्थित)। सांसद- कालीकट, जनता दल - एस., 27 केनिंग | 24. भरत स्वामी बसदि, इरिन्जालकुड (Irinjalakudaलेन, नई दिल्ली-1100031 680 121) वर्तमान में परिवर्तित होकर अयप्पाफोन- (011-24672324,23715386, मो. 98681- स्वामी-मंदिर के रूप में। 80585,98470-60703)। (G) यरनाकुलम् जिला स्थानीय पता- आनन्द मन्दिरम, पुल्लियामाला, नार्थ | 25. कल्लिल्ल भगवती क्षेत्र (पूर्व में दिगम्बर जैन क्षेत्र, केलपट्टा, वायनाड, केरल फोन- (04936) 202484, जहाँ हिन्दू भी पूजा हेतु आते थे। वर्तमान में (0495) 2301393। ___ श्वेताम्बर मंदिर)। 13. कन्नडी बसदि (सुन्दर काँच का मंदिर), क्वट्टमण्ड। | 26. पुगनूरुगिरि धाम। 14. चन्द्रनाथगिरि बसदि, कलबेटा नगर के पास, | 27. मट्टानचेरि बसदि। मैलाडीपार। (H) इडुक्की जिला 15. तिरुनैल्ली देवालय (वर्तमान में विष्णु मंदिर)। | 28. त्रिमूर्ति बेट्ट । (D) कोजीकोड जिला (Kozhikode- 673001/(I) कन्याकुमारी जिला (Kanyakumari- 629702, Kalicut) Tamilnadu) 16. पुन्नवयल्ल कोट्टम, कोडंगलूर- Kodangalur से नोट- पूर्व में यह जिला केरल स्टेट के अन्तर्गत ____ 5 मील दूर, वर्तमान में मूर्तियाँ म्यूजियम में स्थित। था। वर्तमान में यह तमिलनाडु राज्य के अन्तर्गत 17. श्वेताम्बर जैन बसदि, पुन्नवयल्ल कोट्टम्, पूर्व में दिगम्बर जैन मंदिर, वर्तमान में परिवर्तित होकर 29. नागराज स्वामी क्षेत्र, नागरकोइल 16वीं शताब्दी श्वेताम्बर जैन मंदिर। ___ के पश्चात् हिन्दू मंदिर में परिवर्तित। (E) पालकाड जिला (Palakkad- 678 001) 30. क्व टुरु जैन बसदि। 18. चिम्बचाल जैन बसदि (आलत्थूर-Alathur- 31. तिरुकारन्नत्तूमलै। 678541के निकट)। 32. चित्तराल भगवती देवालय, चित्तराल, तालुका19. पल्लीकुलम् परम्बुविन बसदि (चिम्बचाल जैन विलवन्नकोडु। ___बसदि से 7 कि. मी. पर जीर्ण-शीर्ण अवस्था 33. सुचीन्द्र क्षेत्र (1008 खंबेवाला जैन मंदिर 13 वीं में स्थित)। शती तक, अब भगवती मंदिर के रूप में शैव 20. चन्द्रनाथ बसदि, जैन मेडू, पालकाट के निकट, ./वैष्णव मंदिर के रूप में प्रसिद्ध)। चिम्बचाल बसदि से 22 कि.मी. पर स्थित। इन जिलों के अतिरिक्त केरल राज्य के कोट्टायम्, 21. आलथूर जैन बसदि (गोदापुरम् मन्दिर), आलथूर- | आलप्पुड, पत्तनंत्तिट, कोल्लम् एवं तिरुवनन्तपुरम् जिले Alathur- 6785411 भी हैं, किन्तु उनमें जैन मंदिर नहीं हैं। 22. ईश्वरन्नकोडु बसदि, वर्तमान में शेक्यीयार भगवती प्रस्तुति-पवन कुमार जैन मंदिर के रूप में। पालकाड-Palakkad से 18 ___नागपुर (महाराष्ट्र) कि. मी.। 'श्रुताराधना' प्रकाशित गतवर्ष कुण्डलपुर में सम्पन्न श्रुताराधना शिविर में प. पू. आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज द्वारा विद्वद्वर्ग को प्रदत समाधानपरक उद्बोधनों की पुस्तक "श्रुताराधना" प्रकाशित हो गई है। स्वाध्यायशील बंधु अपना पता लिखकर पुस्तक मँगवा लेवें। __मूलचन्द लुहाड़िया, जयपुर रोड, पो. मदनगंज-किशनगढ़ (राजस्थान) 305801 14 जून-जुलाई 2008 जिनभाषित Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524329
Book TitleJinabhashita 2008 06 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2008
Total Pages52
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size6 MB
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