SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 36
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ रजि नं. UPHIN/2006/16750 PPF धर्मध्यान-स्वाध्याय का स्वर्ण अवसर विद्यासागर तपोवन तारंगा जी सिद्धक्षेत्र पर रहकर शान्तिपूर्वक जीवन व्यतीत करने के इच्छुक व्यक्तियों को तपोवन में निःशुल्क रहने की एवं भोजन की व्यवस्था के साथ साथ नियमित पूजन, स्वाध्याय, सामाजिक आदि धार्मिक कार्यक्रमों का लाभ प्राप्त होगा। तपोवन में डॉ. नेमीचन्द जी जैन खुरई, स्थायी रूप से आ गये हैं, अतः इच्छुक महानुभाव मन बनायें तथा तपोवन में पधारें। सशुल्क निवास करनेवालों का भी स्वागत है। शुद्ध भोजन की पूर्ण व्यवस्था है। शिक्षण शिविर सूचना सभी सहधर्मी बन्धुओं को सूचित किया जाता है कि विद्यासागर तपोवन, तारंगा जी, तहसील सतलासाणा, जिला मेहसाणा गुजरात में दिनांक 21.12. 2007 से 31.12.2007 तक जैनधर्म संस्कार शिक्षण शिविर का विशाल आयोजन स्थायी विद्वान् डॉ. पं. नेमीचन्द जी जैन खुरई तथा श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के योग्य विद्वानों की उपस्थिति में आयोजित हो रहा है। शिविर में उपस्थित होनेवालों को तपोवन में नि:शुल्क भोजन एवं निवास की व्यवस्था रहेगी। शीघ्र मन बनायें तथा धर्मलाभ लें। तपोवन में रहकर स्थायी रूप से धर्मसाधना करने के इच्छुक सज्जन भी 21.12.2007 तक उपस्थित हों, ताकि स्थायी निवास के साथ शिक्षण शिविर का भी लाभ लिया जा सके। संपर्क करें कनुभाई मेहता मंत्री टेलीफोन नं. तपोवन - 02761-253485, 253430, 09427137048 स्वामी, प्रकाशक एवं मुद्रक : रतनलाल बैनाड़ा द्वारा एकलव्य ऑफसेट सहकारी मुद्रणालय संस्था मर्यादित, 210, जोन-1, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) से मुद्रित एवं 1/205 प्रोफेसर कॉलोनी, आगरा-282002 (उ.प्र.) से प्रकाशित / संपादक : रतनचन्द्र जैन। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524322
Book TitleJinabhashita 2007 11
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2007
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy