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________________ समाचार श्री विवेकानन्द जैन को वीगाश्वरी पुरस्कार | अध्यापन कार्य के साथ ही सामाजिक कार्य में भी सक्रिय 2007 हैं। वे श्री दिगम्बरजैन शीतल विहार न्यास एवं सकल केन्द्रीय ग्रंथालय, काशी हिन्दू वि.वि. में कार्यरत | दिगम्बरजैन समाज समिति के मंत्री के साथ ही कई यवामनीषी श्री विवेकानन्द जैन सहायकग्रंथालयी को वर्ष | सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। डॉ. पंकज प्रसिद्ध जैन 2007 का वागीश्वरी पुरस्कार श्री दिगम्बरजैन अतिशयक्षेत्र | विद्वान् पं. सागरमल जैन के पत्र हैं। श्री महावीर जी (राजस्थान) में प्रदान किया गया। डॉ. पंकज जैन यह पुरस्कार नेशनल नॉन वायलेंस यूनिटी फाउण्डेशन जैन विकलांग बंधुओं का सर्वेक्षण ट्रस्ट, उज्जैन द्वारा प्रत्येक वर्ष युवामनीषी को प्रदान किया कारंजा (लाड)- जैन विद्यार्थी एवं विकलांग (अपंग) जाता है। डॉ. सविता जैन (उज्जैन) इस फाउण्डेशन की | बंधुओं के सर्वाङ्गीण विकास हेतु कार्यरत संस्था श्री जैन महामंत्री, श्री चंद्रप्रकाश पाण्डेय (रतलाम) अध्यक्ष तथा | धर्मीय विद्यार्थी एवं विकलांग सेवा समिति कारंजा (लाड) श्री महेन्द्र जैन (कोटा) उपाध्यक्ष हैं। द्वारा संपूर्ण भारतवर्ष में जैनधर्मीय विकलांग बंधुओं का प्रो. कमलेश कुमार जैन | सर्वेक्षण किया जा रहा है। इस सर्वेक्षण हेतु समिति द्वारा जैनदर्शन विभाग काशी हिन्दू | एक आवेदन-पत्र निर्धारित किया गया है, जो विकलांग विश्वविद्यालय, वाराणसी | बंधओं की सम्पूर्ण जानकारी हेतु प्रकाशित किया गया है। डॉ. पंकज की पुस्तक चयनित एवं प्रकाशित अतः सम्पूर्ण भारतवर्ष के विकलांग बंधुओं से विदिशा- इस वर्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश | निवेदन है कि आप अपना संपूर्ण परिचय समिति द्वारा द्वारा कक्षा 11 का पाठ्यक्रम पूर्णतः संशोधित किया गया प्रकाशित आवेदन-पत्र बुलवाने हेतु रु.5 (पांच) मूल्य का है, संशोधित पाठ्यक्रमानुसार वाणिज्य-संकाय के अंतर्गत | डाक टिकट लगाकर लिफाफा निम्नलिखित पते पर भेजें। कक्षा 11 की व्यावसायिक अर्थशास्त्र विषय पर नगर के संपर्क हेतु- श्री धनंजय मोतीलाल राऊळ (जैन), युवा प्राध्यापक एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. पंकज जैन | अध्यक्ष श्री जैनधर्मीय विद्यार्थी एवं विकलांग सेवा समिति द्वारा लिखित पुस्तक को मध्यप्रदेश शासन द्वारा चयनित | | शनीमंदिर रोड, नेवीपुरा कारंजा (लाड) जि.-वाशिम (महा.) कर मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा प्रकाशित किया सम्मेदशिखर का विकास सब मिलकर करें गया है। इसका सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में कक्षा 11 के छात्रों ___मुनि श्री प्रमाणसागर जी द्वारा पाठ्यपुस्तक के रूप में अध्ययन किया जा रहा है। रिमझिम बारिश के बीच दिगम्बरजैन शाश्वत विहार डॉ. पंकज जैन जो स्वयं एम.कॉम., एम.ए., [ के एक प्रभाग नीहारिका की आधारशिला की पजा-अर्चना एम.फिल., एवं पीएच.डी, की उपाधि प्राप्त हैं। स्थानीय | काटिव्यका नाय का दिव्यकार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। पं. ऋषभ जैन ने मंत्रोच्चारण सेन्ट मेरी कॉलेज में वाणिज्य-विभाग के विभागाध्यक्ष के किये। सर्वप्रथम शाश्वत तीर्थराज सम्मेदशिखर ट्रस्ट के पद पर कार्यरत हैं। साथ ही वे नगर एवं नगर के बाहर अध्यक्ष श्री एन.के. सेठी ने सिद्धोमल चैरिटेबिल ट्रस्ट के की विभिन्न शिक्षणसंस्थाओं में विषय विशेषज्ञ, केरियर | मैनेजिंग ट्रस्टी श्री देवेन्द्र कुमार जैन व उनकी धर्मपत्नी परामर्श, एवं व्यक्तित्व विकास पर छात्रों हेतु समय-समय | | श्रीमती नवीन सेठी का तिलक व माल्यार्पण द्वारा स्वागत पर मार्गदर्शन विगत् कई वर्षों से प्रदान करते आ रहे हैं। किया तत्पश्चात् पूजा-अर्चा विधि प्रारम्भ हुई। देव-शास्त्रडॉ. जैन ने बताया कि इस वर्ष बी.कॉम. प्रथम एवं बी.कॉम. गुरु व पंचपरमेष्ठी की डेढ़ घंटे की पूजा व अन्य मंत्रोच्चार द्वितीयवर्ष के छात्रों हेतु भी प्रश्नोत्तर के रूप में उनकी करते हुए श्री देवेन्द्र कुमार जैन व उनकी पत्नी श्रीमती पुस्तकें शीघ्र ही उपलब्ध होंगी। जिनका प्रकाशन कार्य नवीन जैन ने नीहारिका की गत 28 जलाई को आधारशीला प्रतिष्ठित प्रकाशक द्वारा किया जा रहा है। रखी। सम्भवतः यह प्रथम अवसर है जब विदिशानगर के ट्रस्ट के अध्यक्ष एन.के.सेठी महामंत्री श्री किशोर किसी प्राध्यापक की पुस्तक प्रदेशस्तर पर पाठ्यपुस्तक के | जैन, कोषाध्यक्ष सुभाष जैन, मंत्री छीतरमल पाटनी, योगेश रूप में शासन द्वारा प्रकाशित की गई है। डॉ. पंकज जैन अक्टूबर 2007 जिनभाषित 31 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524321
Book TitleJinabhashita 2007 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2007
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size4 MB
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