SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 29
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (See, Page 507-508 and Page 381-382) ८. Andhra Pradesh Animals and Birds Sacrifices Prohibition (Amendment) Act, 1970 [No. 15 of 1970] (See, Page 483) ९. गुजरात पशु और पक्षी बलि (प्रतिपेध) अधिनियम, १९७२ (देखें, पृष्ठ ३८४-३८५) The Gujrat Animals and Birds Sacrifices (Prevention) Act, 1972 (See, Page 318) १०. राजस्थान पशु-पक्षी बलि (प्रतिषेध) अधिनियम, १९७५ (देखें, पृष्ठ ३८४-३८५), The Rajasthan Animals and Birds Sacrifices (Prohibition) Act, 1975 (See, Page 447-448) (सन्दर्भ १. 'भारतीय जीव-जन्तु एवं गोरक्षा विधि संग्रह' लेखक : उदयलाल जारोली, पूर्व प्राचार्य एवं विधि संकायाध्यक्ष, नीमच (म.प्र.), प्रकाशक : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली, प्राप्ति स्थान : भारतीय जीवजन्तु कल्याण बोर्ड, पो.बा.नं. ८६७२, थर्ड सी वार्ड रोड, वाल्मीकि नगर, तिरुवानमियूर, चेन्नई - ६०० ०४१, तमिलनाड़) 2. Animal Lawa of India, By Maneka Gandhi, Ozair Husain, Raj Panjwani, Pub-Universal Law Pub. Co. Pvt. Ltd. (C-FF-1A, Ansal's Dilkhush Industrial Estate, G.T. Karnal Road, Delhi - 110 003, Second Edition - 2001) ५. प्रदेश की जनता की भावना को साकार करने हेतु पहले फरवरी-अप्रैल १९७९ के विधानसभा सत्र में 'मध्यप्रदेश पशु पक्षी बलि प्रतिषेध अध्यादेश, १९७५ (क्र. १२ सन् १९७५)' ११ सितम्बर १९७५ को एक निश्चित समयावधि हेतु लागू किया गया था। अधिनियम का रूप नहीं ले पाने से वह स्वयमेव प्रभावहीन हो गया। बाद में मध्यप्रदेश पशु-पक्षी बलि प्रतिषेध विधेयक १९७९ (क्र. १२ सन १९७९)' भाजपा के शासनकाल में भारसाधक मंत्री शिवप्रसाद चिनपुरिया द्वारा ६.२.१९७९ को विधानसभा में प्रस्तुत किया गया जो, विधान सभा से पारित हो चुका है। यह मध्यप्रदेश राजपत्र (असाधारण) २६.२.१९७९ में पृष्ठ क्र. ६३१-६३३ पर प्रकाशित भी हो चुका है । इस विधेयक की प्रति संलग्न है। ज्ञात जानकारी के अनुसार यह विषय संविधान की सप्तम अनुसूची की राज्यसूची (२) के साथ पठित समवर्ती सूची के परिशिष्ट १७ (ब) के अन्तर्गत आता है, अतः इसे केन्द्र शासन एवं महामहिम राष्ट्रपति महोदय की अनुमति के लिए भेजा गया था। उनके द्वारा कुछ संशोधन के साथ १ फरवरी १९८३ को अनुमति प्रदान कर दी गई थी। बाद में आवश्यक संशोधन हेतु 'म.प्र. पशु-पक्षी बलि प्रतिबंध (संशोधन) अध्यादेश, १९८३' भी तैयार किया गया था। ६. अत्यन्त खेद का विषय है कि विगत २५ वर्षों के बाद भी यह विधेयक आज तक अधिनियम का रूप धारण नहीं कर पा रहा है। जहाँ देश के अनेक प्रान्तों में पशु-पक्षी की बलि प्रतिषिध्य है, वहीं अधिनियम अभाव में छत्तीसगढ़/मध्यप्रदेश में खुलेआम बलि करने का कार्य जारी है। स्मरणीय है कि पशुओं के प्रति जारी क्रूरता, बर्बरता एवं बीभत्सता के कारण आन्ध्रप्रदेश एवं मध्यप्रदेश के उच्च न्यायालयों में दाखिल किए गये वादों पर माननीय न्यायमूर्तियों ने स्थगन आदेश भी जारी किए हैं, यथा १. माननीय न्यायमूर्तिद्वय श्री वाई. भास्कर राव एवं श्री आर. वयापूरेड्डी, डिवीजन बेंच, उच्च न्यायालय, आन्ध्रप्रदेश, हैदराबाद द्वारा २.४.१९९७ को रिट पिटीशन क्र. ३७८६- 'ए.पी. जीव रक्षा संघ गुंटूर/मुख्य सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग आन्ध्रप्रदेश, हैदराबाद' वाद पर जारी आदेश। २. माननीय न्यायमूर्तिद्वय श्री दीपक वर्मा एवं श्री ए.के. गोहिल, डिवीजन बेंच, उच्च न्यायालय, मध्यप्रदेश, इन्दौर खण्डपीठ, इन्दौर द्वारा १३.२.२००२ को रिट याचिका क्र. २८१/०२ डिवीजन 'निमाड़ जीव-जन्तु कल्याण संगठन एवं अन्य/म.प्र. राज्य एवं अन्य' वाद पर जारी आदेश। ३. माननीय न्यायमूर्तिद्वय मुख्य न्यायमूर्ति श्री भवानीसिंह एवं श्री के.के. लाहोटी, डिवीजन बेंच, उच्च न्यायालय, मध्यप्रदेश, जबलपुर मुख्यपीठ, जबलपुर द्वारा ८.३.२००२ को रिट याचिका क्र. डब्ल्यू.पी. ११५६/२००२, 'सचिव प्राणी रक्षा संघ, बुरहानपुर/म.प्र. राज्य एवं अन्य' वाद पर जारी आदेश। ८. अतएव विभिन्न प्रान्तों में प्रभावशील पश-पक्षी बलि प्रतिषेध अधिनियमों. आन्ध्रप्रदेश एवं मध्यप्रदेश के दो-दो खण्डपीठों के स्थगन आदेशों को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश में पशु-पक्षी बलि प्रतिषेध सम्बन्धी स्वतंत्र विधेयक प्राथमिकता से पारित कराया जाए अथवा पूर्ववर्ती में आवश्यक एवं उचित संशोधन करके उसे ही अधिनियम के रूप में मान्यता प्रदान की जाए, ऐसा हम सभी का अनुरोध है। भवदीय संलग्न- १.विभिन्न प्रान्तों के उपर्युक्त पशु-पक्षी बलि प्रतिषेध अधिनियम की प्रतिलिपियाँ। २. आन्ध्रप्रदेश उच्च न्यायालय की हैदराबाद पीठ द्वारा जारी आदेश की प्रतिलिपि । ३. म.प्र. उच्च न्यायालय की इन्दौर एवं जबलपुर खण्डपीठ द्वारा जारी आदेश की प्रतिलिपि। ४. म.प्र. विधानसभा द्वारा १९७९ में पारित विधेयक की हिन्दी एवं अंग्रेजी प्रति की प्रतिलिपि। ५. इस विषयक अन्य सामग्री। मार्च 2004 जिनभाषित 27 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524283
Book TitleJinabhashita 2004 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2004
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy