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________________ दूरी पर बसे रिसड़ा उपनगर में नव निर्मित शिखरयुक्त जिन मंदिरजी की वेदी में देवाधिदेव श्री १००८ सुपार्श्वनाथ भगवान् की प्रतिमा जी के प्रतिष्ठापन हेतु पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन पूज्य दिगम्बर जैनाचार्य श्री १०८ वासुपूज्य सागर जी महाराज संघ के सान्निध्य में बाल ब्रह्मचारी, संहितासूरि पं. धर्मचन्द शास्त्री के आचार्यत्व में ३० जनवरी से ६ फरवरी २००३ तक सानन्द सम्पन्न हुआ । अजीत पाटनी श्री राजेशकुमार जैन का आकास्मिक निधन अखिल भारतीय दि. जैन महिला संगठन एवं राष्ट्रीय जैन महिला संघ एटा की संरक्षिका वयोवृद्ध समाज सेविका श्रीमती नंदन बाई जैन के ज्येष्ठ पुत्र श्री राजेश कुमार जैन 'पप्पू' का लम्बी बीमारी के बाद परन्तु आकस्मिक निधन का समाचार सुनकर एटा जैन समाज में शोक व्याप्त हो गया, । 'वीर कॉम्पलैक्स' वालों के नाम से विख्यात श्री राजेश कुमार जैन धार्मिक विचारों वाले कर्त्तव्य परायण सुशील तथा मृदुभाषी थे। इन्होंने अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ा है। अखिल भारतीय दि. जैन महिला संगठन एवं राष्ट्रीय जैन महिला संघ एटा उनके कल्याण की कामना करता है। बबीता जैन अध्यक्षा जैन महिला संगठन राष्ट्रीय संघ शिक्षण शिविर प्रभावनापूर्वक संपन्न श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के तत्त्वावधान में श्री दिगम्बर जैन संघी मंदिर के प्रांगण में २३ फरवरी से ५ मार्च तक शिक्षण शिविर प्रभावनापूर्वक संपन्न हुआ। शिविर में तत्त्वार्थ सूत्र, द्रव्यसंग्रह, जैन तत्त्वविद्या विषयों का अध्यापन पं. रतन लाल वैनाडा एवं व्र. संजीव भैया कटंगी के निर्देशन में संपन्न हुआ। शिविर में जयपुर एवं अन्य स्थानों से पधारे शिक्षार्थियों ने भाग लिया। शिविर की आशातीत सफलता और आवश्यकता को देखते हुए आगामी शिविर श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर में २० जुलाई से ३० जुलाई तक आयोजित होने की घोषणा की गई। पं. राजेन्द्र कोतमा शिखरजी में ठहरने का उत्तम स्थान तीर्थक्षेत्र कमेटी द्वारा गठित आंदोलन समिति द्वारा खरीदी गई नौ हजार वर्ग फुट भूमि पर निर्मित शाश्वत ट्रस्ट भवन व अतिथि आवास व भोजनशाला का झारखंड के राज्यपाल एम. राजा जायस व धर्मस्थल के डॉ. वीरेन्द्र हेगड़े ने संयुक्त रूप से गत शुक्रवार को मधुवन में उद्घाटन कर लोकार्पित किया। श्री किशोर जैन वीर सेवा मंदिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली- ११०००२ अध्यक्ष धनकुमार जी पाण्डया का आकस्मिक निधन धर्मपरायण, कर्तव्यनिष्ठ, समाजसेवी, लोहपुरुष बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी स्व. श्री धनकुमार जी पाण्ड्या 'अध्यक्ष' प्रबन्ध 30 अप्रैल 2003 जिनभाषित Jain Education International कारिणी कमेटी श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर संघीर्ज सांगानेर का आकस्मिक स्वर्गवास दिनांक १७.१.२००२ को ह गया। स्व. आदरणीय श्री धनकुमार जी पाण्ड्या मंदिर संघीजी सांगानेर के आधार स्तम्भ थे 1 निर्मल कासलीवाल, मानद मंत्री जीजोट (नागौर) वेदी प्रतिष्ठा एवं कलशारोहण संपन्न आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर से पधारे व्र. संजीव भैया के कुशल निर्देशन में १२ फरवरी से १४ फरवरी तक बंदी प्रतिष्ठा कलशारोहण का कार्यक्रम धूम धाम के साथ संपन्न हुआ। संजय पाण्ड्या, कु. नमिता दिनेश कुमारजी गंगवाल को 'रंगरेखा' स्पर्धा में सुवर्ण पदक 'यंग इंडियन्स, मुंबई' संस्था द्वारा आयोजित रंगरेखा चित्रकला स्पर्धा में औरंगाबाद महाराष्ट्र निवासी कु. नमिता दिनेशकुमार जी गंगवाल को सुवर्ण पदक प्राप्त हुआ। इस राष्ट्र स्तरीय स्पर्धा में देशभर से 23 लाख छात्र-छात्राएँ सम्मिलित हुए थे। कक्षा 8 से 10 तक के विभाग में नमिता ने प्रथम क्रमांक प्राप्त किया। जयपुर मुंबई में आयोजित समारोह में ज. जे. स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई के प्रो. महाजन एवं प्रो. राउत के करकमलों द्वांरा नमिता को 'सुवर्ण पदक प्रदान किया गया। कु. नमिता गंगवाल युवा उदयोजक एवं जैन डायमंड टूल्स, औरंगावाद के संचालक, श्री दिनेश कुमार जी पन्नालाल गंगवाल की सुपुत्री तथा श्री पाश्र्वनाथ • ब्रह्मचर्याश्रम गुरुकुल एलोरा के संचालक श्री पन्नालाल जी गंगवाल काकाजी की पोती हैं। उन्होंने श्री सरस्वती भवन महाविद्यालय औरंगाबाद से 11 वीं की परीक्षा दी है। इससे पहले भी विविध चित्रकला स्पर्धाओं में कु. नमिता ने अनेक पुरस्कार प्राप्त किये हैं। कु. नमिता का अभिनंदन और शुभेच्छा । गुलाबचंद्र बोरालकर समन्तभद्र जैन गुरुकुल एलोरा (औरंगाबाद ) महाराष्ट्र नवोदित विद्वानों का सम्मान समारोह सम्पन्न श्रमण परम्परा के पोषक व आगम पद्धति से चलनेवाले विद्वानों की न्यूनता को दृष्टिपथ में रखकर पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी के मंगल आशीर्वाद व मुनिपुंगव सुधासागर जी की पावन प्रेरणा से सन् 1996 में संस्थापित श्री दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान ने इस वर्ष 22 नवोदित विद्वानों को आगम का सही ज्ञान प्रदान कर तैयार किया है। दिनांक 5.3.2003 को इन नवोदित विद्वानों को सम्मानित किया गया। For Private & Personal Use Only ब्र. भरत जैन www.jainelibrary.org
SR No.524272
Book TitleJinabhashita 2003 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2003
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size3 MB
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