SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 44
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ चातुर्मास स्थली : श्री दिगम्बर जैन मंदिर जी, बाँदकपुर- | (नि.), मो.-98270-61926, जयकुमार गोयल-42268, 470664 (दमोह), मध्यप्रदेश अशोक जैन- 42660 सम्पर्क सूत्र - अनुज सिंघई (07812) 51229, जिनेन्द्र | (36) ऐलक श्री सिद्धांतसागर जी महाराज सिंघई 51260, दीपक डबुल्या-51214 चातुर्मास स्थली : श्री दिगम्बर जैन मंदिर जी, घाटोल(31) आर्यिका श्री उपशान्तमती जी , आर्यिका श्री ॐकारमती जी (बांसवाड़ा) राजस्थान चातुर्मास स्थली : श्री दिगम्बर जैन वीभवन, बाजार चौक, सम्पर्क सूत्र - श्रीपाल कन्हैयालाल उमावत (02961) कर्रापुर- 470366 (सागर) मध्यप्रदेश 20041, 20241, धनपाल जी जोधावत एडवोकेटसम्पर्क सूत्र - अध्यक्ष- राकेश कुमार जैन, राकेश मेडीकल 41741, 20400 स्टोर्स (07582) 83237, बसंत कुमार जैन- 83216, | (37) ऐलक श्री सम्पूर्णसागर जी महाराज नेमीचंद जैन-83267, चातुर्मास स्थली : श्री शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जै (32) आर्यिका श्री अकम्पमती जी, आर्यिका श्री अमूल्यमती जी, पालमगाँव- नई दिल्ली-110045 आर्यिका श्री आराध्यमती जी, आर्यिका श्री अचिन्त्यमती जी, सम्पर्क सूत्र - बाबूलाल जैन, प्रधान- (011) 5085015, आर्यिका श्री अलोल्यमती जी, आर्थिक श्री अनमोलमती जी, ज्ञानचन्द जैन-5083514, महेन्द्र कुमार जैन-5084321 आर्यिका श्री आज्ञामती जी, आर्यिका श्री अचलमती जी, सतीशचन्द्र जैन-5037152 आर्यिका श्री अवगममती जी, | (38) ऐलक श्री नम्रसागर जी महाराज चातुर्मास स्थली : श्री दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर जी, गैरतगंज- चातुर्मास स्थली : श्री दिगम्बर जैन मंदिर जी बड़ागांव, धसान, 464884 (रायसेन) म.प्र. (टीकमगढ़) म.प्र. सम्पर्क सूत्र- श्री टेकचन्द जैन, अध्यक्ष (07481) 21237, सम्पर्क सूत्र - पंडित सुरेन्द्र कुमार जैन (07683) 57334, संजय मेडीकल स्टोर्स-21522, गिरीश कुमार जैन-43365 हुकमचन्द हटैया-57228 (33) ऐलक श्री दयासागर जी महाराज | (39) ऐलक श्री प्रभावसागर जी महाराज चातुर्मास स्थली : श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जी, चातुर्मास स्थली : श्री दिगम्बर जैन मंदिर जी टड़ा- 470235 कन्देली, नरसिंहपुर - 487001, मध्यप्रदेश (सागर) मध्यप्रदेश सम्पर्क सूत्र-डॉ. सुधीर सिंघई, अध्यक्ष- (07792) 30715, सम्पर्क सूत्र - श्री देशराज जैन एडवोकेट, छोटे जैन मंदिर के विमल बड़कुल -30201, राजेश बजाज- 30243 पीछे, टड़ा (सागर) म.प्र. (34) ऐलक श्री निःशंक सागर जी महाराज (40) क्षुल्लक श्री ध्यानसागर जी महाराज चातुर्मास स्थली : श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जी, चातुर्मास स्थली : श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र मुक्तागिरी, पो. छत्रपति नगर, एरोड्रम रोड, इंदौर-452005, मध्यप्रदेश मुक्तागिरि, (बैतूल) मध्यप्रदेश सम्पर्क सूत्र : वीरेन्द्र कुमार जैन- (0731) 414773, मैनेजर- मुक्तागिरि सिद्ध क्षेत्र कमेटी, मुक्तागिरि, फोनमुलायम चन्द्र जैन- जैन मंदिर के सामने, डॉ. जिनेन्द्र कुमार (07223) 21402 जैन- 411125 (नि.), 546138 (का.), संजय जैन (41) क्षुल्लक श्री पूर्णसागर जी महाराज मेक्स-537522, मो.- 98260-37522, चातुर्मास स्थली: श्रीदिगम्बर जैन मंदिर जी, चौपरा, नोहटा (35) ऐलक श्री उदारसागर जी महाराज, क्षुल्लक श्री नयसागर जी (दमोह) मध्यप्रदेश महाराज नोट- आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज से दीक्षित वर्तमान चातुर्मास स्थली : श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जी, में 59 मुनि महाराज, 111 आर्यिकाएँ, 9 ऐलक महाराज तथा गोलगंज, छिंदवाड़ा- 48001, मध्यप्रदेश 5 क्षुल्लक महाराज जी, कुल 184 साधकगण मध्यप्रदेश, सम्पर्क सूत्र- अशोक वाकलीवाल, बाम्बे ड्रेस हाउस, गोलगंज राजस्थान, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ छिंदवाड़ा, फोन- (07162) 44860 (दु.), 42726 एवं तमिलनाडु प्रान्तों में वर्षायोग कर धर्मप्रभावना कर रहे हैं। कः पूज्यः सदवृत्तः कमधनमाचक्षते चलितवृत्तम्। केन जितं जगमेतत् सत्यतितिक्षावता पुंसा।। पूज्य कौन है? सच्चरित्रवान्। निर्धन किसे कहते हैं? चरित्र हीन को। संसार पर विजय प्राप्त कौन करता है? सत्य और क्षमा से युक्त पुरुष। कस्मै नमः सुरैरपि सुतरां क्रियते दयाप्रधानाय। कस्मादुद्विजितव्यं संसारारण्यत: सुधिया।। देवों के द्वारा भी वन्दनीय कौन है? दयाशील मनुष्य। भयभीत किससे होना चाहिए? संसाररूपी अरण्य से। 42 जुलाई-अगस्त 2001 जिनभाषित कस्य वशे प्राणिगणः सत्यप्रियभाषिणो विनीतस्य। वत्र स्थातव्यां न्याये पथि दृष्टादृष्टलाभाय।। प्राणी किसके वश में होते हैं? सत्य और प्रियभाषी विनयशील मनुष्य के। मनुष्य को कहाँ स्थित रहना चाहिए? न्याय के पथ पर, क्योंकि उसी पर स्थित रहने से इहलोक और परलोक में सुख होता है। "णमो लोए सव्वसाहूणं' Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524254
Book TitleJinabhashita 2001 07 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2001
Total Pages48
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy