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________________ श्रुत सेवा कार्य की झलक * ज्ञान भंडार * स्वद्रव्य से निर्मित ज्ञानभंडार से 15,000 से ज्यादा प्रत व पुस्तकें पूज्य साधु-साध्वीजी भगवंतों को अभ्यास के लिए इस्यु हुई है । * अहो ! श्रुतज्ञानम् चातुर्मासिक मासिक * जैन शासन में प्रकाशित व संशोधन संपादन हो रहे ग्रंथों की खबर व श्रुतज्ञान के संबंधित आवश्यक कार्य की जानकारी के लिए स्वद्रव्य से प्रकाशन * अहो ! श्रुतम ई-परिपत्रम* जैन शास्त्र-साहित्य संशोधन संपादन विषयक माहिती सभर इस परिपत्र का प्रकाशन नवनिर्मित व अप्रकट कृति सह * अहो ! श्रुतज्ञानम् ग्रंथ जीर्णोद्धार * प्रायः अप्राप्य, अलभ्य, पूर्व में मुद्रित 201 ग्रंथों को पुनः प्रकाशन के द्वारा ज्ञानभंडारों को ज्ञानद्रव्य की सहायता से भेट करके समृद्ध बनाये । * पूज्य साधु-साध्वीजी स्वाध्याय पीठ * जैन दर्शन-न्याय-व्याकरण के उच्च अभ्यास के लिए पंडितजी के द्वारा साध्वीजीओं को ज्ञानाभ्यास की सुविधा स्वद्रव्य से उपलब्ध ।
SR No.523351
Book TitleAho shrutam E Paripatra 02 Samvat 2071 Meruteras 2015
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBabulal S Shah
PublisherAshapuran Parshwanath Jain Gyanbhandar Ahmedabad
Publication Year2015
Total Pages132
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationMagazine, India_Aho Shrutgyanam, & India
File Size3 MB
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