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अपभ्रंश भारती 19
मूलपाठ पद्य 1 - 1, 2. मुणिसुवयहो। विशेष : सभी पदों में ‘चलण' शब्द में 'र' वर्ण के स्थान में 'ल' वर्ण का व्यवहार हुआ है। पद्य 2 - 1. समा। पद्य 3 - 1. घरिवि। 2. परिसरिसउ। 3. जाइ। 4. मणिसुवयहो। पद्य 5 - 1. परुपरह। 2. परारहं। 3. अत्थइ। पद्य 6 - 1. जिं। 2. किजइ। 3. इकल्लइ। 4. सवु। 5. के। 6. तियइ। पद्य 7 - 1. दझिंति। 2. सयलिलु। 3. रुरुवंते। पद्य 9 - 1. उपज्जइ। 2. इकु। 3. मूढदिदिठ्ठ। 4. कम्मवइ। 5. गुप्फई। 6. तावइ। पद्य 10 - 1. आजमं। पद्य 11 - 1 उपज्जइ। 2. उपज्जइ। 3. वि। 4. अवथ। पद्य 12 - 1. लखइ। 2. लखइ। 3. वियलिंदियह। 4. .....। 5. नारय। पद्य 13 - 1. चिलिविलु। 2. वियखणु। पद्य 14 - 1. आयार। 2. परिवेढियउ। पद्य 15 - 1. उपरिहिं। 2............। 3. उपरि। 4. तेयाल। पद्य 17 - 1. मिछतहो। 2. जिणवयणनुइ। पद्य 18 - 1. त्ति। 2. चरितु। पद्य 19 - 1. वंभ। पद्य 21 - 1. संभववणइ। 2.....।
पद्य 22 - 1. ....।