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अपभ्रंश भारती - 9-10 'पउमचरिउ' में वर्णित भौगोलिकता
विद्याधरकाण्ड - प्रथम संधि में जम्बूद्वीप, सुमेरु पर्वत; दूसरी संधि में अयोध्या, प्रयाग; पांचवीं संधि में गंगा नदी, साकेत नगर का उल्लेख हुआ है। इनमें से अयोध्या तथा जम्बूद्वीप का प्रयोग एकाधिक स्थलों पर हुआ है। ___अयोध्याकाण्ड, छब्बीसवीं संधि में गंगा-यमुना नदी, कोकण, मलय और पाण्डय देश, दक्षिण देश; इकतीसवीं संधि में गोदावरी नदी, बत्तीसवीं संधि में जम्बूद्वीप, छत्तीसवीं संधि में कृष्णा नदी तथा क्रौंच नदी, अड़तीसवीं संधि में दक्षिण लवणसमुद्र तथा जम्बूद्वीप का, चालीसवीं संधि में रेवा नदी का उल्लेख हुआ है।
अट्ठानवीं संधि में कुशद्वीप, चीरवाहन, वज्जर चीन, छोहार देश, बर्बर, कुल यवन, सुवर्णद्वीप, वेलंधर, हंस तथा सुबेलद्वीप एवं विजयार्ध पर्वत का उल्लेख हुआ है।
सुंदरकाण्ड - चवालीसवीं संधि में जम्बूद्वीप का, अड़तालीसवीं संधि में कावेरी नदी का, छप्पनवीं संधि में पुनः जम्बूद्वीप का वर्णन हुआ है।
युद्धकाण्ड - उनहत्तरवीं संधि में उज्जैन, पारियात्र तथा मालव जनपदों का, इकहत्तरवीं संधि में कर्नाटक, लाट देश, सौराष्ट्र देश, मालव देश तथा महाराष्ट्र का, तिहत्तरवीं संधि में बंगदेश का वर्णन हुआ है।
1. 'पउमचरिउ', 1.5.2। 2. वही, 1.7.9। 3. वही, 1.7.121 4. 'पउमचरिउ' 1.8.8। 5. वही, 1.19.4.। 6. . वही, 1.19.4। 7. वही, 1.19.5। 8. वही, 1.19.5। 9. वही, 1.20.11 10. वही, 2.27.91 11. वही, 2.27.141 12. वही 13. 'पउमचरिउ', 2.31.2 । 14. वही, 2.33.51 15. वही, 2.33.7।