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________________ अप्राप्य 2/ 7/ 28. अपभ्रंश रचना सौरभ - डॉ. कमलचन्द सोगाणी सजिल्द 60/ अजिल्द 35/29. पाहुडदोहा चयनिका - डॉ. कमलचन्द सोगाणी 13/30. सप्ततच्च - सम्पादक - पं. भंवरलाल पोल्याका 7/31. अपभ्रंश काव्य सौरभ - डॉ. कमलचन्द सोगाणी सजिल्द 125/ अजिल्द 75/सर्वोदय-पुस्तकमाला 1. मृत्यु जीवन का अन्त नहीं - डॉ. श्यामराव व्यास 2. आचार्य कुन्दकुन्द - प. भंवरलाल पोल्याका 3. अतीत के पृष्ठों से - डॉ. राजाराम जैन 3/4. भगवान् महावीर और उनके सिद्धान्त - श्री रूपकिशोर गुप्ता 5. समाधिमरणस्वरूप - सम्पादक - पं. भंवरलाल पोल्याका शोध-पत्रिका जैनविद्या पुस्तकालय हेतु सामान्यतः 1. जैनविद्या-2, पुष्पदत्त विशेषांक, भाग - प्रथम 50/ 30/2. जैनविद्या-3, पुष्पदन्त विशेषांक, भाग - द्वितीय 50/ 30/3. जैनविद्या-4, धनपाल विशेषांक 50/ 30/4. जैनविद्या-5-6, वीर विशेषांक 50/ 30/5. जैनविद्या-7, मुनि नयनन्दी विशेषांक 50/- 30/6. जैनविद्या-8, मुनि कनकामर विशेषांक 50/- 30/7. जैनविद्या-9, योगीन्दु विशेषांक 50/- 30/8. जैनविद्या-10-11, आचार्य कुन्दकुन्द विशेषांक 50/9. जैनविद्या-12, पूज्यपाद विशेषांक 15/अपभ्रंश-भारती वार्षिक मूल्य 1. अपभ्रंश भारती-1, स्वयंभू विशेषांक 75/- 40/2. अपभ्रंश भारती-2 नोट - शोध-पत्रिकाओं के एक वर्ष से पूर्व प्रकाशित अंक परिवर्धित मूल्य पर उपलब्ध होंगे। भुगतान के लिए ड्राफ्ट "जैनविद्या संस्थान समिति" के नाम से भेजें । प्राप्ति-स्थान जैनविद्या संस्थान अपभ्रंश साहित्य अकादमी, दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्रीमहावीरजी, जैनविद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी-322 220 (राजस्थान) भट्टारकजी की नसिया, सवाई रामसिंह रोड, जयपुर-302004 30/ 15/
SR No.521852
Book TitleApbhramsa Bharti 1992 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani, Gyanchandra Khinduka, Chhotelal Sharma
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1992
Total Pages156
LanguageSanskrit, Prakrit, Hindi
ClassificationMagazine, India_Apbhramsa Bharti, & India
File Size11 MB
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