________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
॥ॐ अहम् ॥ अखिल भारतवर्षीय जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक मुनिसम्मेलन संस्थापित श्री जैनधर्म सत्यप्रकाशक समितिनुं मासिक मुखपत्र
श्री जैन सत्य प्रकाश जेशिंगभाईकी वाडी : घीकांटा रोड : अमदावाद (गुजरात) वर्ष १२ || सि . २००३ : वीरनि. स. २४७७ : इ.स. १५७
क्रमांक अंक १० || 48 १२ : ५२ : १५ egas १४२
उदेपुर राज्यनुं नवं राज्यबंधारण
-
-
अने
श्री केसरियाजी तीर्थ तारीख २३-५-१९४७ना रोज, उदेपुर (मेवाड )ना महाराणा साहेब श्री. सर भूपालसिंहजी बहादुरे, उदेपुर राज्यना नवा बंधारणनी अने प्रताप विश्वविद्यालयनी स्थापनानी जे जाहेरात करी तेम.ज त्यार पछी ता. ५-६-१९४७ना रोज मेवाड सरकारना अवेजी वडा प्रधान मनोहरसिंहजीनी सहीथो जे जाहेरात ( communique ) प्रसिद्ध करवामां आवी तेनी श्री केसरियाजी तीर्थ उपर - ए तीर्थनी मालिकी, ए तीर्थमां ध्वजदंड चडाववा वगेरे संबंधी हक अने ए तीर्थनी माल-मिलकत उपर अने छोटीसादडोना ऋषभदेवजीना जिनमन्दिरनी मिलकत उपर घणी गम्भीरे, अणधारी अने अति दुःखद असर पहेांचे छे,
श्री केसरियाजी तीर्थ उपर असर करती आ बधी बाबतो नीचे मुजब ऋण लखाणोमां आपवामां आवी छे:१ ता. २३-५-१९४७ना रोज उदेपुर राज्यना नवा राज्यबंधारणनी अने प्रताप
विश्वविद्यालयनी स्थापनानी जाहेरात प्रसंगे उदेपुरना महाराणा साहेबे करेल भाषणमा २ उदेपुर राज्यना नवा राज्यवंधारणना बीजा भागमां आपवामां आवेल देवस्थाननिधि
संबंधी बीजा धारामम; अने ३ ता. ५-६-१९४७ना रोज मेवाड सरकारना अवेजी वडा प्रधाननी सहीथी प्रमट
करवामां आवेल श्री केसरियाजी तीर्थ सम्बन्धी जाहेरातमां.
आ त्रणे लखाणोमाथी फलित थतां परिणामो सम्बन्धी विगतवार विचारणा करता पहेला मूळ अंग्रेजी भाषामा प्रगट करवामां आवेल ए त्रणे लखाणो अने ए त्रणे लखाणोनुं गुजराती तेम ज हिन्दी भाषान्तर अहीं आपयामां आवे छे.
For Private And Personal Use Only