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૧૯૯૩
લુપ્તપ્રાય: જૈનગ્રંથાં કી સૂચિ लुप्तप्रायः दिगम्बर जैन ग्रन्थ* कर्त्ता
ग्रन्थ नाम
१ जीव सिद्धि सं.
स्वामी समंतभद्र
२ तत्वार्थ सूत्र टीका ( तत्त्वार्थालंकार) शिवकोटि
३ नवस्त्रोत्र सं.
वज्रनन्दी सुमतिदेवाचार्य
४ सुमति सप्तक सं.
५ अथशब्द वाच्य सं.
६ चूडामणि सं.
७ तत्त्वानुशासन सं.
८ जल्पनिर्णय सं.
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१७ जीव सिद्धि
१८ सिद्धिभूपद्धति टीका सं.
१९ सुलोचना सं.
स्वामी समंतभद्र
श्री दत्ताचार्य
९ वादन्याय सं.
कुमार नंद्याचार्य अनंतवीर्याचार्य
१० प्रमाण संग्रह भाष्य
११ न्यायविनिश्चय मूल स्वोपजभाष्य अकलंक देव
१२ त्रिलक्षण कदर्थन सं. पात्र केसरीस्वामी
१३ स्यादवाद महार्णव सं.
१४ विद्यानंद महोदय सं.
१५ कर्मप्राभृत टीका सं. १६ सन्मति तर्क टीका सं.
२० वरांग चरित्र सं. २१ मार्गप्रकाश सं.
२२ श्रुति बिन्दु
२३ राद्रान्त सं.
वक्रोव महावादि मुनि
श्रीवर्द्धदेव
विद्यानंदाचार्य
स्वामी समंतभद्र सन्मत्याचार्य
अनंतकीर्ति आचार्य
वीरसेनाचार्य
महासेनाचार्य
विषेणाचार्य
आर्य देवाचार्य
* अनेकान्त पत्र के प्रथम वर्ष, प्रथम किरण के ली गइ है । इनका विशेष परिचय
उल्लेख स्थान जिनसेनकृत हरिवंश पुराण श्रवणबेलगोल लेख नं. १०५
नं. ५४
नं.
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सिद्धिविनिश्वय टीका
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जैनहितैषी भा. १४
पृ. ३१२ विद्यानंदकृत तत्त्वार्थ श्लोक वार्तिक
पत्र परीक्षा
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एवं न्याय की टोका
न्यायविनिश्चयालंकार
विद्यानंदादि इंद्रनंदिकृत श्रुतावतार वादिराजकृत पार्श्वनाथ चरित्र
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नियमसार टीका
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गुणभद्रकृत उत्तरपुराण जिनसेनकृत हरिवंश पुराण
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मल्लिषेण प्रशस्ति, श्रवण बेलगोल लेख नं. ५४, वीरनंदि कृत आचार सार ।
टाइटल पेज ४ पर से उपर्युक्त सूचि सप्रमाण चर्चा ) किरण ४, पृ. २५४ में देखना चाहिए ।