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________________ सागरमल जैन SAMBODHI वाम नीचे पुस्तक अक्षं तथाऽनयं पद्मपुस्तकैरीश्वरी भवेत् ॥ इति ईश्वरी ९ अक्षं पद्मं वरग्रंथो महालक्ष्मीस्तु धारिणी ॥६।। इति महालक्ष्मी १० अक्षं पद्मं पुस्तकं च महाकाल्या वरं तया । इति महाकाली ११ अक्षपुस्तक वीणाश्च पद्मं महासरस्वती ॥७।। इति महासरस्वती १२ -इति द्वादश सरस्वतीस्वरूपाणि (जयमते) दक्ष नीचे उपर उपर १. महाविद्या माला कमल वीणा २. महावाणी माला पुस्तक वीणा ३. भारती माला कमल वरद कमल माला ५. आर्या माला पुस्तक ६. ब्राह्मी पुस्तक माला ७. कामधेनु वरद वीणा ८. वेदगर्भी वरद पुस्तक ९. ईश्वरी माला अभय कमल १०. महालक्ष्मी माला पद्म वीणा ११. महाकाली माला कमल पुस्तक १२. महासरस्वती माला पुस्तक वीणा वरद कमल पुस्तक पुस्तक कमल ४. सरस्वती वरद वरद पद्य पद्म वीणा पुस्तक कमल पुस्तक पुस्तक अभय पद्म य KHET AVAN 5. Y VODA १. महाविद्या २. महावाणी ३. भारती
SR No.520783
Book TitleSambodhi 2010 Vol 33
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJ B Shah, K M patel
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year2010
Total Pages212
LanguageEnglish, Sanskrit, Prakrit, Gujarati
ClassificationMagazine, India_Sambodhi, & India
File Size21 MB
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