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Vol. xxVII, 2004
उत्तराध्ययनसूत्र में प्रतिपादित कर्म-मीमांसा
४. पाली रीडर, पृ. ३९ ५. पातंजलयोग, २.१२ ६. उत्त. २९.५९ ७. उत्त. २९.६१ ८. उत्त. ३.१३ ९. उत्त. २८.१५, १०.२९, २९.२, ६१ १०. उत्त. २४.२१, ३४.२४ ११. उत्त. १०, ११.३, १४.१५, २०.३९ १२. उत्त. १९.९१, ९३.३८, ३१.६, २९.३७ १३. उत्त. ४.१२, ९.३६, १२.२४, २५.२४, २९.२, ८.१०, ३४.२९ १४. उत्त. १४.४२, २१.२९ १५. उत्त. २३.४३ १६. उत्त. १०.५३ १७. उत्त. १३.१६ १८. उत्त. १४, १३ १९. उत्त. १४.४७ २०. उत्त. ४.५ २१. उत्त. ३२.८ २२. उत्त. २९.४६, ३७.३०, ७.६, २०, ४४ २३. उत्त. २९.५३, २९.७३ २४. उत्त. १४.१९ २५. उत्त. ३४.१ २६. उत्त. २.१ २७. उत्त. १८.५ २८. उत्त. २०.४५ २९. उत्त. २८.१४, २९.१२, २९.१४ ३०. उत्त. २९.५६, ३५.२१, २०.५२ ३१. तत्त्वार्थसूत्र ५.४०, २०.५२ ३२. उत्त. ३६.१२ ३३. उत्त. ३६.२१८ ३४. उत्त. ७.९ ३५. उत्त. ८.१५ ३६. उत्त. २४.४१, ४.२०, ९,५८, ३.५