________________
स्व. आचार्यश्री महावीर कीतिजी महाराज जिन्होंने 1946 ई. में ब्र. सुरेन्द्र को तमदड्डी में क्षुल्लक पार्श्वकीर्ति के रूप में दीक्षा दी।
88888888888888888
8888888
आचार्य श्री देशभूषणजी महाराज जिन्होंने 25 जुलाई 1963 को दिल्ली में क्षुल्लक श्री पार्श्वकीर्तिजी को मुनिश्री विद्यानन्दजी के रूप में दीक्षित किया।
मुनिश्री विद्यानन्द-विशेषांक
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org