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________________ सप्टेम्बर - २०१८ २२९ प्रतिष्टाना प्रसंगती रे, कवि कल्लोल संकेत श्री भावप्रभसूरि कहइ रे, जिनस्तुति शिवसुख हेतु १६ सु० इति सुकडि ओरसीया संवाद रासः संपूरण(ण)मिति श्रीरस्तुः ॥ कडी अर्थ ढाल ढाल - १ दूहा शब्दोना अर्थ शब्द सुकडि ओरसिया भरततणो वासना आखे देवहर अगराज वर्द्धकिरतन ढाल - १६ ढाल - २ If m n oo w n 5 orar ढाल - ३ दूहा ढाल -३ ढाल - ४ दूहा o orrmo w ou विचकि चुवीसी थाट गहिगाट ऊदेर अंभ वाला वरगडूआ सरावला सुखडनो टूकडो चंदन घसवानो पथ्थर भरतक्षेत्रनो सुगंध अक्षत देवमंदिर गिरिराज चक्रवर्तीना चौदरत्नमांनुं एक रत्न वहेंचीने चोवीशजिननी मूर्ति समुदाय-ठाठ आनंदकल्लोल (बलि) आपवां जल सुगंधी वाळो (औषधि) श्रेष्ठ घडा जवारा वाववानां माटीनां कोडियां ओछी अक्कलनो-ओथमीर मेळ-जोडाण पडघो चंदनवृक्ष ? ढाल -४ उथमी संधाण पडिछंद रोहणद्रुम ढाल - ५ - दूहा ढाल - ५ or mor
SR No.520577
Book TitleAnusandhan 2018 11 SrNo 75 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2018
Total Pages338
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size22 MB
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