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जुलाई - २०१४
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श्रीसंवत् १९४२ मिती श्रावणकृष्णा _ वार दीतवार, धनेष्ठा नक्षत्र, प्रातःकाल लिखतं ब्राह्मण ननसुख नागपुरवाला, श्रीरतलाममध्ये जानकीदास के मंदर पा० ॥
लीखतु शाह कमीचंद हीराचंद की वंदणा स्मे स्मे अवधारसीजी। मार. वीषा माघासा की वंदणा समे समे अवधारसीजी । लीखंतु मालवी नंदाजी रखवा, उदेचंद बावचंद की वंदणा समे समे अवधारसीजी ।
लीखीता सुराणा झवेरचंद माणकचंद, घासीराम रतीचंद की वंदणा १००८ वार समे समे अवधारसी ॥
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