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________________ १२४ ढाल or or m_0_ 39 0 0 " रास ८११ पद्यसाहित्य नवतत्त्वनी चोपाई अज्ञात भावसागर | अंचल । १५७५ आदि नमी आणंदह पूरि... | आनन्दवर्धन | धनवर्धन | खरतर १६०८आसपास कमलशेखरसू. लाभशेखर | अंचल । १६०९ सरसति सामणि समरू माय... हर्षसागर | विजयदानसूरि तपा १६२२आसपास आदि जिणंद नमेवि ए... १५३ जोडी/रास वेलामुनि ऋषभदास | विजयसेनसूरि १६७६ आदि धर्म जिणइ उद्धर्यो... चोपाइ देवचन्द्र भानुचन्द्र १६९२ पूर्वे | सकल जिणेसर प्रणमी पाय... | २९६ " विचार स्तवन वृद्धिविजय सत्यविजय १७१३ सरसती सरसती सरसती देवी... ९५ मानविजय जयविजय १७१८ | प्रणमुं जिन चउवीसमो... ढाळ-१५ चोपाइ हेमराज लब्धिकीर्ति १७४७ | श्रीश्रुतदेवता मनमें ध्याय... ८२ वरसिंह दाम १७६६ | पास जिणेसर प्रणमी पाय... १३१ भाग्यविजय मणिविजय श्रीअरिहंतना पाययुगल प्रणमी... १६७ धर्मचन्द्र हर्षचन्द्र पार्श्वचन्द्र १८०६ | मङ्गलकरन हरन दुखदंद.... भाषा निहालचन्द १८०७ सादर सदगुरु प्रणम्य कर... स्तवन मयाचन्द ऋद्धिवल्लभ खरतर १८१२ " चोपाइ भिक्खुजी तेरापन्थी १८६०आसपास - " भाषा गर्भित स्तवन ज्ञानसार रत्नराज १८६१ | नमस्कार अरिहंतनें... " विचार स्तवन । | विवेकविजय डुंगरविजय तपा १८७२ | सरसतीनें प्रणमुं सदा... खरतर लोंका | तपा " 4.422 खरतर अनुसन्धान-५८
SR No.520559
Book TitleAnusandhan 2012 03 SrNo 58
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2012
Total Pages175
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size4 MB
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