________________
मार्च २०१०
६
श्री५ महिम्मद अमीषां(खां)न । तस्याग्रे राज्यि श्री५ रंगीलादास । दीवानी मीर्या श्री५ शेष(ख) निजांमदी अहिम्मद । बक्सी मीयां श्री५ मीर बाहावदी
८
शेन । कादी श्री५ मीर महिम्मद शरीफ । अदलमीर श्री५ अबू नासर अमीन दारोगा मीयां श्री अहिम्मद बेग । चुतरे मीयां श्री५ अली रजा
वेग
१० मुशरफ ठाकुर निखिलदास । सहिर कानूंगो समस्त एतान् धर्मन्यायां
प्रवर्तते । ११ एवं पंचकुलान्वये । तत्र हवेलयां वडा चुतरानी । त्रिपोलीआ मांहिली
पासां१२ नी नाहानी दोशीहटी मधे पंचहटी मधेनूं हाट ग्रहणके दत्तांनि । श्री ओ१३ श वंश ज्ञातीय । वृद्धि शाषा(खा)यां । बाई पूजी बिन वीरजी बिन
यादव ए वीर१४ जीनी पुत्री बाई पूजी पारस्यात् । भर्थार साह तीलोकशी बिन प्रतापशी १५ बिन वीरजी ए साह तीलोकशी हस्ताक्षराणि दत्तां । यित हाट अक १
षं(ख)ड इत्र१६ ण पश्चिमीभिमूष(ख)नूं छि । षं(ख)ड ३ त्रण ऊपरि पीटणी छि ते
सहित । १ गुषा(खा) छि । १७ अग्रे षं(ख)ड ४ पेढीनुं छि । ऊपरि नलीअर छापर छि । ए हाट
सर्वोपस्कर छादित १८ भूमि सहितं । ए हाटनां पूं(खूट पूर्व दिसि पछीति मुसलमान दरजीनां
घर छि । १९ नेव पडि छि । पश्चिमे ए हाटन(नी) पेढीनुं नीकाल छि पगथीईआं छि। २० अग्रे राजमार्ग छि । दक्षिणे साह पनजी बिन सोतरीआनूं हाट छि । उत्तरे
सा
२१ ह भग्वतीदास (भगवतीदास) बिन ..........नू हाट छि । एवं च्यारि ४
षू (खू)टांनि । एवंविध ए हाट
Jain Education International 2010_03
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org