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डिसेम्बर-२००९
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सुगडांग पापसुरत
सूत्रकृतांग (जैनआगम) पापश्रुत
पोर
* :
सद वस्तै
सदा वस्तुतः (?)
: 8
७३
विमात
७४
७४
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सुबुद्धि परकरती पायक परीयां
७४
*
प्रकृति सैनिक पेढीओ शेखर (मुकुट)
७४
*
* *
सेहरो वेस
* *
सुंडाला उकित निपट जगमालम
७६
*
गणपति उक्ति घणा जगतमां आनन्दी (?) अन्न अने धन समुदाय प्रशंसा
७७
अनधन
* 3 แs :
७७
थाट
७७
७७
: : :
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सिफत जिंद ध्रम अनड छिक रहै दइवांन भुरजां परनाल
धर्म अनम्र छक थई जाय छे देवो(?) बुरज प्रणाली (खाई) बेहाल छरी
७७
: : : :
बैहाल कैती
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