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वृद्धिसागरसूरि (१) गुणसागर
(३)माणिक्यसौभाग्य
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चतुरसौभाग्य I दीपसौभाग्य
आनन्दसागरसूरि
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(७) शान्तिसागरसूरि
राजसागरसूरिजी
लक्ष्मीसागरसूरि
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मानविजय
(४) पुण्यसागरसूरि
I उदयसागरसूरि
पं. शान्तिसागर
कृपासागर
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गणि दयालसागर ( २ ) तिलकसागर
विनयसागर
पं. विवेकसागर वीरसौभाग्य
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I प्रेमसौभाग्य
न्यायसागर
कल्याणसागरसूरि
अनुसन्धान ४५
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(८) शान्तसौभाग्य
सत्यसौभाग्य
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(५) इन्द्रसौभाग्य
(५) तेमणे 'महावीरविज्ञप्तिषट्त्रिंशिका' संस्कृतमां रचेल छे. (६) सं. १७२१ मां 'राजसागरसूरि निर्वाणरास' बनाव्यो.
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(१) तेमनी सं. १६८३ मां रचायेल 'बारव्रतनी सज्झाय' प्राप्त थाय छे. (२) सं. १७२१ मां 'राजसागरसूरि निर्वाणरास' बनाव्यो.
(३) वृद्धिसागरसूरिजीना सन्तानीय छे. तेमणे सं. १७७९ मां रचेल 'चित्रसेन पद्मावती रास' अने सं. १६४७ मां रचेल 'वृद्धिसागरसूरि निर्वाणरास' छपायेल छे.
(६) हेमसौभाग्य
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