SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 27
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Jain Education International कसान-नगरी ज्ञान-तिथि शासनदेव। शासनदेवी । प्रमुख भक्त दीक्षापर्याय T आयुष्य मोक्ष परिवार अन्तरकाल T निर्यातिथि गणचर T साशु० साश्यी स० संध्या ८४ Ex.co ३.००,००० निर्वाण-धाम तीर्थ अष्टापद गिरि पुस्मिताल- समसाम फा० कृ०" अप्रतिचक्रा भरत साख पूर्व 1 ४ लाख पूर्व १०००० ex महायल १.००.000 २,००,००० १०२ २.३०,००० ३.३६.००० ६.३०.००० ५.३०,००० ३.००,000 3.२०.ooo १०० यक्षनायक तुबुरु मित्रसेन मित्रवीय सर्ववीर्य अजितसेन दानवीय मधवा १००० १००० १००० १००० ३२४ १०० ००० ४.२०,००० ३.३०,००० ३.००,००० ४.३०.००० ००० २.ब.०,००० मातंग विजय अजित अजितबला दुरितारि काली महाकाली अच्युता शान्ता भृकुटि गुतारका अशोका मानवी प्रचण्डा विदिता अंकुशा १.२०००० युद्धवीय १००० १,००,००६ १,००,००० अयोध्या-सहसाय श्रावस्ती-सहसाम अयोध्या-सहसाम अयोध्या-सहसाम कौशाम्बी-सहसान वाराणसी-सहसान मचन्द्रपुरी-सहसान ए काकंदी-सहसान भरिलपुर-सहसान सिंहपुरी-सहसाम चम्पापुरी-सहसाम कम्पिलपुर-सहसान अयोध्या--सहसाम्र रत्नपुरी सहसान हस्तिनापुर-सहसान कहस्तिनापुर-सहसान सहस्तिनापुर-राहसान मिथिला--सहसान राजगृही-सहसाम्र मिथिला-सहसाम उन्जयन्तगिरि-सह वाराणसी-सहसाम्र ऋजुवालिका नदी लाख पूर्व १ लाख पूर्व लाख पूर्व १ लाख पूर्व लाख पूर्व १ लाख पूर्व १ लाख पूर्व ५० हजार पूर्व २५ हजार पूर्व २० लाख वर्ष १४ लाख वर्ष १४ लाख वर्ष ७५०००० वर्ष 250000 वर्ष 5 हजार वर्ष २५७५० वर्ष २१ हजार वर्ष पौष शु " कार्तिक कृ० पौ० शु०१४ चैत्र शुक चैत्र शु०४ फा० कृ०६ फा० कृ०७ कार्तिक शु०३ पौष कृ०१४ माघ कृ. ३० माप शुक्ल २ पौष शु०६ वैशाख कृ०१४ पौष शु०१५ चौष शु०८ चैत्र शु०६ कार्तिक शु०२ मार्गशीर्ष शु०॥ फाल्गुन कृ०१२ मार्गशीर्ष शु०१ आश्विन कृ०३० चैत्र कृ०४ वैशाख शु 10 ७२ लाख पूर्व ६० लाख पूर्व ५० लाख पूर्व ४० लाख पूर्व ३० लाख पूर्व २० लाख पूर्व १० लाख पूर्व २ लाख पूर्व लाख पूर्व ८४ लाख बर्च ७२ लाख बर्ष ६० बाख चर्ष ३० लाख वर्ष १० लाख वर्य लाख बर्ष ६५ हजार वर्ष २४ हजार वर्ष १००० सम्मेतशिखर सम्मेतशिखर समेतशिखर सम्मेतशिखर सम्मेराशिखर सम्मेशिखर - सम्मेलशिखर सम्मतशिखर सम्मेतशिखर सम्मेराशिखर चम्पापुरी सम्मेतशिखर सम्मेत शिखर मतशिखर सम्मैतशिखर सम्मतशिखर सम्मेतशिखर १००० ६ao ८४.-500 ७२,300 ६८००० ६६.८000 ६४,000 ६२,००० ६०००० ४०.००० १.०३.००० 7.००,००० १,००,००० ६६,००० ६२.४०० ६१.६०० इश्मर कुमार षण्मुख पाताल किन्नर ३आरा के लाख पूर्व माध कृ०॥ वर्षमाहीना शेष ५० लाख कोदि सागरोपम चैत्र शु०५ ३० लाख कोटि सागरोपम चैत्र शुरू 70 लाख कोटि सागरोपम वै० शु० लाख कोटि सागरोपम चन शु०६ ६०,००० कोटि सागरोपम मार्ग००० ८००० कोटि सागरोपन फा. कृ. ७ ६०० कोटि सागरोपर्म भादवा कृ०७ ६० कोटि सागरोपम भादवा शु०६ ६ कोटि सागरोषम वैशाख कृत य साग का चिराग श्रावण कृ०३ ५५ सागरोचम आषाढ़ शु०१४ २० सागरोपम आषाढ कृ०७ सागशेपम चैत्र शु० ४ सागरोपम ज्येष्ठ शु० ३ सागरोपम ज्येष्ठ कृ०३ १/२ पल्योपम वैशाख कृ० १ हजार कोटि कम पन्योपम । मार्गशु०१० का चतुर्थाश हजार कोटि वर्ष फाल्गुन शुरू ५४ लाख वर्ष ज्येष्ठ कृ.८ ६ लाख वर्ग वैशाख कृ० १० ५ लाख वर्ग आषाढ शु०८ ८३ हजार ७५० वर्ष श्रावण शु०८ २१बानमार कारोब कार्तिक वदि ३० त्रिपृष्ठ द्विपृष्ठ स्वयंभू पुरुषोत्तम पुरुषसिंह कोणालक ७०० १०८ ८०० ६०.६०० गंधर्व याराज बला धारिणी पुस् १००० १००० ६०.००० सुगम वरुण ४०.००० ३०.००० २०,००० १८००० १६.००० १४.००० ५५.००० ५०,००० ४१,००० ४०,००० २६.००० ३६,००० भृकुटि वैरोट्या नरवत्ता गांधारी अम्बिका पन्चायती सिन्यायिका अजित विजय हरिषण कृष्ण प्रसेनजित् श्रेणिक २७४०० हजार वन ७५०० वर्ष २५०० वर्ष ७०० वर्ष ४ हजार वर्ष ३० हजार वर्ष १० हजार वर्ष हजार वर्ष ५०० १००० १००० ५३६ ३३ । एकाकी सम्मेतशिखर सम्मतशिखर सम्मैतशिखर उज्जयन्त गिरि सम्मेतशिखर पावापुरी पाश्व नासंग ४२ वर्ष ७२ वर्ष www.jainelibrary.org
SR No.520540
Book TitleAnusandhan 2007 07 SrNo 40
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2007
Total Pages96
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy