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March-2004
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वींणी वसमसि ईर्यासुमति
१०१
च्यत कुंमर निरंद
१०३
नुबति
नीकी
वेणी झळके(?), (आपे?) ईर्यासमिति, जैन मुनिनी जीवदयापूर्वक ज चालवानी क्रिया चित्त नरेन्द्र कुमारपाल नोबत उत्तम उपाश्रयमां-जैन साधुनो आवास, तेमां. मर्यादा बख्तर फाळ-कूदको-छलांग योद्धा डाले-नाखे - (हिन्दीमां मशक्कत?)
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१०९
११२
उपासरइ मयदा पाखर फाली झूझार
११३
११७
डारइ
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१२३
मसकति मुंसा की दाइ उतकट दहवट्ट जगत्र सेती दूसमनसमय माम हाकाविका वरशालई श्रावी समुसइ चउथउ आरो
उत्कट-थनगनता दशे दिशामां जगत साथे दुश्मन सामे ममत्व-इज्जत आकुल-विकल चोमासामां-वरसाद वखते श्राविका
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१२७
१३१ १३६
चोथो आरो (काळविशेषतुं नाम)
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