________________
68
रखी
देवकना
वनो
=
=
नठर
सहिरु
वोणो
सानध
=
=
आः परतनाः परातरक मा हरचंदजी छे.
ऋषि
=
सुकमाल चंत चिंता
निष्ठुर
*
लखीतं मुनीस्वर हेतकुशलगणी वांचनार्थ हेमवी [ज] यजी चरजीवी धोराजी मधे.
विनय
देवकन्या
=
सुकुमार
सखीओ
विहोणो
सान्निध्य
Jain Education International
अघरा शब्दो
आस्या
लघु वेसे भतेसरू
भरांत
=
=
=
आशा
=
?
भ्रांति
=
सवारथियुं खाले खाळे
अखोड
=
नानी उमरे
परातरक =
स्वार्थी
अखरोट
?
अनुसंधान - २३
For Private & Personal Use Only
जैन बोर्डिंग, टी.वी. टावर सामे,
थलतेज रोड, अमदावाद - ३८००५४ (गुजरात)
www.jainelibrary.org