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July 2002
ऐतिहासिक दृष्टिए घणुं मूल्यवान छे. हिन्दी भाषामां छे. पूर्वे प्रकाशित होवा छतां आ संस्करणने 'प्रथम आवृत्ति' तरीके केम गणाव्युं छे ते सवाल थई शके.
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निर्ग्रन्थ ऐतिहासिक लेख समुच्चय (बे खंडमां ) ले. मधुसूदन ढांकी
प्र. श्रेष्ठी कस्तूरभाई लालभाई स्मारक निधि, शाहीबाग, अमदावाद - ४ ई. २००२
विख्यात स्थापत्यविद्, पुरातत्त्व, इतिहास, कलाओ अने पुरातन शास्त्रोना ज्ञाता डॉ. मधुसूदन ढांकीना, जुदे जुदे समये लखायेला अने अन्यान्य जग्याए प्रकाशित थयेला, ऐतिहासिक तथा स्थापत्यकीय वगेरे संशोधनना लेखोना संचयरूप आ बे ग्रंथो छे. जिज्ञासाना अने मध्यस्थताना भावपूर्वक आ ग्रंथो परिशीलनीय छे.
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