________________
अनुसंधान-१७. 239
प्रकाशक जैन
प्रकाशनवर्ष १९६०
१९५७
श्रमण ८.६ प्रबुद्ध जीवन
१९६०
क्रम लेख
भाषा १७ आगम ग्रंथोना विच्छेद गुजराती
विषेनी विचारणा आगम झूठे हैं क्या? हिन्दी आगम प्रकाशन कार्य- गुजराती एक स्पष्टीकरण आगमयुगना व्यवहार गुजराती निश्चय आगमोद्धार गुजराती आचारांग सूत्र
हिन्दी
महावीर विद्यालय सुवर्ण १९६८ महोत्सव ग्रंथ जैन प्रकाश
१९३२ श्रमण, अक्तू.५७से अगस्त १९५७ '५८ तक प्रबुद्ध जीवन
१९७२
१९५७
श्रीमद् राजेन्द्रसूरि स्मारक ग्रंथ जैन प्रकाश
१९६२
प्रबुद्ध जीवन
१९५४
२८
आचार्य तुलसीनी गुजराती अग्निपरीक्षा आचार्य मल्लवादीका हिन्दी नयचक्र आचार्यश्री आत्मरामजी-हिन्दी का मार्ग आजना समाजने गुजराती भिक्षानिर्भर साधु संस्थानी जरूर छे के नहि ? आजीविक हिन्दी आत्मदीपो भव गुजराती । आत्महित बनाम परहित हिन्दी आत्मानो धर्म-ईट अने गुजराती इमारत आधुनिक गुजराती हिन्दी साहित्यका दिग्दर्शन आधुनिक युगकी दृष्टि हिन्दी से जैन आचार के नियम आपणी साधु संस्था गुजराती आपणे पामर? गुजराती आवरणो दूर करी जोतां गुजराती शीखो
हिन्दी विश्व कोष जैन प्रकाश श्रमण २-३. गुजरात समाचार
१९६० १९५६ १९५१ १९७२
१९४८
-
१९७४
प्रबुद्ध जीवन जैन प्रकाश प्रबुद्ध जीवन
१९७० १९३४ १९४८
३५
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org