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माहिती विभाग
अनुसंधान - १६ •230
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मुनिश्री जंबूविजयजीए जेसलमीरना जैन भंडारोमांनी ताडपत्रीय अने कागळनी हस्तप्रतोनी नकल कराववानी हाथ धरेली योजना
ऑस्ट्रेलियानी केन्बेरा युनिवर्सिटीमा अध्ययन करता डॉ. रोयस वाइल्से अढी मास जेसलमीरमां रहीने, मुनिश्री जंबूविजयजीए त्यांना जैन भंडारोमांनी ताडपत्रीय अने कागळनी हस्तप्रतोनी नकल तैयार कराववानुं जे काम ओगस्ट थी डिसेम्बर (१९९८) सुधी कर्यं तेना सविस्तर अहेवाल पेरीसथी प्रकाशित थता संशोधन-सामयिक Bulletin D'etudes Indiennes ना १६मा अंकमा (१९९८) आप्यो छे. तेने आधारे नीचेनो टूंक सार तैयार कर्यो छे.
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पुण्यविजयजीए एमणे १९५३मां आपेला एक व्याख्यानमां आ भंडारोनी हस्तप्रतोनी अनन्यता पर ध्यान खेंच्युं हतुं । एमणे तैयार करेल ए हस्तप्रतोनी सूचि १९७२मां प्रकाशित थई हती । एमां चारसो- एक ताडपत्रीय अने केटलीक कागळनी प्रतोनो परिचय अपायो हतो । आ परियोजना माटे ए भंडारोना ओसवाल जैन कोमना ट्रस्टीओ साथे मुनिजीए चार वरस वाघाये चलावी हती । बधी ताडपत्रीय प्रतोनी तथा कागळनी प्रतोनी Scanned प्रतिकृति तैयार करी, तेमनो Compact disc पर एक समग्र सेट तैयार करवो, जेनी चार नकल ट्रस्टने अने एक जंबूविजयजीने मळे ए रीते गोठवण थई हती । जंबूविजयजीनी प्रेरणाथी अमदावाद अने मुंबईना जैन ट्रस्टोए आ योजनानो खर्च उठाव्यो हतो । ए प्रतिकृति उपरथी लेसर - मुद्रणो तैयार करी जेसलमीरना ट्रस्टने आपवानां हतां । आ काम माटे सौथी मोटा कदना सपाट आकारना स्केनिंग यंत्रो सींगापोरना हवाई मार्गे लवायां हतां, तेवी ज रीते अद्यतन कम्प्युटरो वगेरे अमदावादथी लवाया हता । आम टेकनिकल दृष्टिए अद्यतन साधनो उपयोगमां लीधां हतां । नकल माटेना कागळो एलाबास्टर पेपर जर्मनीथी मगावाया हता । जिनभद्रगणिभंडार उपरांत
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