________________ डॉ. मधुसूदन ढांकीने श्रीहेमचन्द्राचार्य चन्द्रक-प्रदानना समारोहनो तथा 'आर्य भद्रबाहु और उनका साहित्य' विषयक संगोष्ठीनो संक्षिप्त हेवाल र श्रीहेमचन्द्राचार्य निधि अमदावादना उपक्रमे ता. १०-४-९९ना दिने, गुजरातना वख्यात मनीषी डॉ. मधुसूदन ढांकीने 'श्रीहेमचन्द्राचार्य चन्द्रक' अर्पण करवानो एक भव्य समारोह, शेठ हठीसिंह जैन मंदिर-अमदावादना विशाल परिसरमां, ऊजवाई गयो. आ समारोहने जैनाचार्य श्रीविजयदेवसूरिजी, हेमचन्द्राचार्य निधिना प्रेरक आचार्य श्रीविजयसूर्योदयसूरिजी अने अन्य जैनाचार्यो तथा मुनिगण तेमज साध्वीगणनुं सानिध्य मळेलुं, तो समारोहमां अतिथिविशेष तरीके अमेरिकन इन्स्टिट्यूट ओफ इन्डियन स्टडीझना डायरेक्टर डॉ. प्रदीप महेंदीरत्ता, जैन अग्रणी शेठ श्रीश्रेणिक कस्तूरभाई श्रीदीपचंद बर्डी वगेरे नामांकित महानुभावोनी उपस्थितिए आ समारोहने एक विशिष्ट परिमाण व समारोहसफळ संचालन ला. द. भा. सं. विद्यामंदिरना डायरेक्टर डॉ. जितेन्द्र शाहे कयुं हतुं. समारोहमा प्रा. उजमशी कापडिया, डॉ. एस. आर. बेनर्जी, डॉ. सागरमल जैन, पं. अमृतभाई भोजक, डॉ. कुमारपाल देसाई वगेरे विद्वानोए तेमज श्रीअरविंद लालभाई, पंकज सुधाकर शेठ, कनकभाई शेठ वगेरे सदगृहस्थोए प्रसंगोचित वक्तव्य आप्यां हतां. आ समारोहमां डॉ. ढांकी द्वारा संपादित ग्रंथ 'Huttheesing Heritage' नामे (सचित्र-अंग्रेजी)नुं तेमज हठीसिंहना देरासरनी शिल्पसमृद्धि प्रदर्शित करतां Post Cards ना एक सेटनु विमोचन पण शेठ ह.के. ट्रस्टना आश्रये योजायुं हतुं. डॉ.ढांकीना गौरवना आ अवसरने अनुलक्षीने ज, आ ज स्थानमा ता.१०११ एप्रिल ९९ना बे दिवसोमां एक विद्वत्संगोष्ठीनुं पण आयोजन, श्रीहेमचन्द्राचार्य निधिना उपक्रमे राखवामां आव्यु हतुं बे दिवस अने त्रण बेठकोमा व्याप्त आ संगोष्ठीनो विषय हतो. "आर्य भद्रबाहु और उनका साहित्य" आमां भाग लेवा माटे संस्थाना आमंत्रणने स्वीकारीने नामांकित विद्वानो दूरदूरथी उपस्थित थया हता. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org