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संपादक
अनु सं. - पत्र
१२।१०५-१३४
साध्वीश्रीचारुशीलाश्रीजी मुनि भुवनचन्द्र
८ । ७०-७९
सूरि
कृति
कर्ता * सांकळियु : "अनुसंधान"
१ थी १२ अंकोनुं * स्तंभतीर्थनां देरासरोनी
सूचि - १ * श्री स्तंभनाधीश प्रबन्ध
संग्रह : भूमिका * श्री स्तंभनाधीश प्रबन्ध मेरुतंग
संग्रह * श्री स्तंभन पार्श्वनाथ
द्वात्रिंशत् प्रबन्धोद्धार * स्तुत्यात्मक सात लघु
कृतिओ १) मंगलपुरीय नवपल्लव .
पार्श्वनाथ स्तवन २) मगसी पार्श्वनाथ स्तवन रविसागर
(कुटुम्बनामगर्भित) ३) आदिनाथ स्तवन (सुख- रविसागर
भक्षिकानामगर्भित) ४) वीरजिन स्तोत्र (सुखा- नेमिसागर
शिका नामगर्भित) ५) हीर गीत ६) विजयसेनसूरि-गीत पुण्यहर्ष ७) आदिनाथ स्तुति (कुटु- पंडित म्बनाम गर्भित)
भक्तिसागर
विजय शील- ९।१-५
चन्द्र सूरि विजय शील- ९।६-६० चन्द्रसूरि विजय शील- ९ । ६१-७५ चन्द्र सूरि मुनि श्री धुरंधर- ८ । ८३-८८ विजयजी
अज्ञात
पुण्यहर्ष
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