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बुजरक (बुजुर्ग ) - वृद्ध, वडील
प्रभात
फजर् (फज्र) नेकबखत (नेकबख्त ) खुसबो ( खुश्बू) - सुगंध
इलम ( इल्म) ज्ञान, शास्त्र
सईद भाग्यवान खजमतिगार ( खिजमतगार)
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मादर- माता
पिदर पिता
बिन् – पुत्र बिना
आधार
खलक (खल्क) लोको, जगत
बंदा भक्त,
सेवक
चस्म सन् (चश्म रोशन)
पेस (पेश)
आगल
कसे
कोई
बीमार
अलेला (अलील) बक्स (बख्श ) क्षमा करवी गैर खोटं, अयोग्य
दरगह (दरगाह)
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भाग्यवान
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सेवक
आंखोने आनंददायक
दरबार, समाधिस्थान
१
किसके आगे मैं जाउं, हे परमेश्वर ।
पेस करो मन चरयम कादर । चरण तुम्हारा छोडीने
पाय तोरा बुगजारि बे जारि बे;
दुर्गतिना जोर मटाडें एक सासमां - तुमे एहवा छो दुरगत जोर हरें दम कुरद कोइ गुनें हुं तो भर्यो छु.
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