________________ थापा प्रश्न-सार न जाने किधर आज मेरी नाव चली रे चली रे, चली रे, मेरी नाव चली रे कोई कहे यहां चली, कोई कहे वहां चली मैंने कहा पिया के गांव चली रे momsungwwse Me जैन दर्शन कहता है कि इस आरे में मोक्ष संभव नहीं है। तो फिर मोक्ष यहीं और अभी है, इस धारणा को पकड़ लेना क्या आत्मवंचना नहीं है? m STATER N MPAN ACC ANCHO कार REER C. . . / Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www jainelibrary.org