________________
डिसेम्बर २०११
s एक गोली कोढनउय टालइंय व्याप ॥८॥ - क । ५२. ते सवि जाय - क । ५३. एग एगई य कर्म - क । एगई श्वकर्म - ख । ५४. आठ आठ - क । ५५. लोभ - क । ५६. इति अष्टमतत्वे बंधतत्त्वाऽधिकार संपूर्णः ८ । सर्व गाथा १७२ ।
अथ नवम मोक्ष्यतत्वाऽधिकार चऊप्पई च्छंदः ॥ ॥ श्री सारदाय नमः १०००५ ॥ - क ।
इति श्री बंधतत्त्व संपूर्णः ८ - ख । ५७. योगवी - क । ५८. नवभेदे य होय - क । नवभेद - ख । ५९. यथा कुसुम - क । ६०. शिस्याय शृंग - क । ६१. करही - क । ६२. करी - ख । ६३. दुवार - क । द्वार - ख । ६४. चिहुंना - ख । ६५. जिहां सुख लहइं - क । ६६. सिद्ध - ख । ६७. ते तो सिद्धिय अनंत - क । ६८. वरजइ - क - ख । ६९. ईति सर्व सिद्धिय सभावं व्याख्यातं अथ अल्पबहुत्वं च्छः । - क । ७१. लिद्ध - क । ७२. जगिचंद - क-ख । ७३. नवतत प्रकरण ग्रंथ विस्तार वृत्त्यि सूत्र गाथाय अधिकार ।
बालावबोध टबालो लह्यो अर्थालो विवरण संग्रह्यो ॥३६।। मूल सूत्र गाथा च्यालीस विरचित सूरि पूवि विनयीस । केवलनांण्ण घन विसवायवीस श्री माहवीर किल खलु प्रण्णम्मीस ॥३७॥
इतिश्री देवचंद नाम्ना कविराजार्हद्विरचितं श्री नवतत्त्व प्रकरण विस्तीर्ण