________________ 11. श्रीशान्तिनाथश्लोक 1 12. श्लोकबन्धेन 1 श्रीपार्श्वनाथस्तवनम् 4 13 अनुसंधान-२४ भमाडं-वधारूं ? चन्द्र दुहिता-दीकरी वरदान ? सूर्यना रथना अश्वो भवाडउं समहुतो गौरकिरण धूआ वरु चोसाल रेवत रविना हेजम जासक अवारी ढोइ सूकडि फूटरा कारेली मस्तूल बाओलि अजरइ 18 याचक रोकटोक विना धरे छे सुखड-चंदन फुटडा-रूपाळा 22 31 कोमळ-मसृण बावळे पाचन थया विना-जर्या विना 6 14. श्रावकना पांत्रीस गुणनी सज्झाय C/o. अतुल एच. कापडिया A-9, जागृति फ्लेट, पालडी, अमदावाद-३८०००७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org