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अनुसन्धान-५३ श्रीहेमचन्द्राचार्यविशेषांक भाग-१
पाडउ - पाटक
बर[फ] - जूवटउं - द्यूतावर्त
अवसा, धूअरि - मिहिका भंडार - भाण्डागार
बिंद - विपृष्, जललव कोठार - कोष्ठागार
वाहउ - बाहुप्रवाह घोडाहडि - हयशाला, मन्दुरा नीक - सारणि
हस्त(हस्ति)शाला कलोल - ऊर्मि, तरङ्गा चुतलं, चुरी - चतुरिका
लहरि - लहिरी चतुकाशाला - चतुःशालम्
सेवाल - पनग हाट - हट्ट, आपण
कमल - अम्भोज, सरोज, पद्मिनी पौषधशाला - पौषधागार तुंतु - बिस करणवारीउं - करणशाला मिघबालाह (?) - जीमूत, मेघमाला, उवट्ट - उत्पथ
कादम्बनी मागी - अनुमार्ग
वृष्टि - वर्षण नगर - पुर, पत्तन
आकास - व्योमन्, अन्तरिक्ष नगरी - पुरी
दिशि - दिग्, ककुभ देश – विषय, मण्डल, राष्ट्र पूर्व - प्राची पालि - पल्लि, पछी (?) दक्षण - आराची (अवाची) रान - अरण्य, अटवी
पछिम - प्रतीची थल - स्थल
उरत - उदीची, कौबेरी उपरवाडउं - उत्पथद्वार
आग्नेयी खाड - गर्ता
नैर्ऋती मसाण - स्मशान
वायवी चुवटु - चतुघस्य(चतुष्पथ?)
ऐशानी पाज - पद्या
वाउ - पवन मालु - मालक
वीजणु - तालवृन्त पाणी - पानीय, वारि, अम्भस् आ[ग] - अग्नि, वह्नि, कृशानु हीम - प्रलीयां (?)
धूं (?) - धूमध्वज करा - करक, घनोपल
बाफ - बाष्प