________________ मई 2011 आउं पुण पंचमयं नामं कम्मम्मि कम्ममह छटुं / तह गुत्तं सत्तमयं विग्घं तह होइ अट्ठमयं // 36 // गाहा // पण-नव-दु-अट्ठवीसा चउरो तह तिगहिअं सयं दो अ / पंच य इअ भेएहिं कमसो अडवन्नसयमेसि // 37 // गाहा // एआणं कम्माणं पहावओ अजिअ-संतिजिणनाहा ! / भमिओ भवम्मि संपइ तुम्हं सरणं पवन्नो हं // 38 // गाहा // चतुर्भिः कलापकम् // मेहाविहिमपहाणं विबुहाणं मेरुविजयअभिहाणं / संथुअमिअ सीसेणं जुअलं सिरिअजिअ-संतीणं // 39 / / एअं अयलावण्णं मंगलमालं सयाउलावण्णं / कुणउण्णयलावण्णं विहिअमहाणंदलावण्णं // 40 // इतिश्रीअजितशान्तिस्तोत्र समाप्तम् //