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अनुसन्धान ३४ टिप्पणी : १. एकाक्षर छन्द का नाम है श्री । इसका लक्षण है - केवल गुरु -
5 इस छन्द का नाम श्री है। २. व्यक्षर छन्द का नाम है स्त्री। - इसका लक्षण है - दो गुरु - 55
इस छन्द का नाम गंगा है। अन्य छन्दोग्रन्थों में अत्युक्तं, नौ, स्त्री,
पद्यम् और आशी नाम भी प्राप्त होते है। ३. त्र्यक्षर छन्द का नाम है नारी । इसका लक्षण है - 555 इस छन्द
के अन्य नाम मन्दारम्, नारी, श्यामांगी मिलता है । ४. चतुरक्षर छन्द का नाम है - सुमति । इसका लक्षण है - । | 5, 5,
सगण, गुरु । यह छन्द अप्रसिद्ध है। पञ्चाक्षर छन्द का नाम है - अभिमुखी । इसका लक्षण है - ।।
।। 5, नगण, लघु, गुरु । यह छन्द भी अप्रसिद्ध है । ६. षडक्षर छन्द का नाम है - रमणा । इसका लक्षण है - । | 5, ।।
5, सगण, सगण । इसके अन्य नाम प्राप्त होते हैं - नलिनी, रमणी,
कुमुदं । ७. सप्ताक्षर छन्द का नाम है - मधु । इसका लक्षण है - III, 4, 5,
नगण, नगण, गुरु । इसके अन्य नाम प्राप्त होते हैं - मधुमति,
हरिविलसित, चपला, द्रुतगति, लटह । ८. अष्टाक्षर छन्द का नाम है - प्रमाणिका । इसका लक्षण है - ISI,
ऽ।ऽ, 15, जगण, रगण, लघु, गुरु । इसके अन्य नाम प्राप्त होते हैं - स्थिरः, मत्तचेष्टितं, बालगर्भिणी । नवाक्षर छन्द का नाम है - भद्रिका । इसका लक्षण है - ऽऽ, ,
जाड, रगण, नगण, रगण । १०. दशाक्षर छन्द का नाम है - ......... इसका लक्षण है - 555, 551,
1, 5, मगण, तगण, नगण और गुरु । इस छन्द का नाम प्राप्त नहीं
११. एकादशाक्षर छन्द का नाम है - रोधक । इसका लक्षण है - ll,
50, 50, 55, नगण, भगण, भगण, यगण । यह छन्द भी अप्रसिद्ध
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