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र.सं./काळ
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क्रम | कृतिनाम ८. | पार्वाभ्युदय
। कर्ता जिनसेनाचार्य (दिगं.)
९. | देवानन्दाभ्युदय
| मेघविजयजी उपा.
(खर.) | रत्नकुशल (तपा.)
वि.सं. १६५०
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१०. खीमसीसौभाग्याभ्युदयः
| पुण्यानन्दाभ्युदयरे
कृतिविषय पार्श्वनाथ भगवानने थयेल उपसर्ग, वर्णनमेघदूतनी समस्यापूर्ति विजय देवसूरिजी (तपा.) म. नुं जीवन शिशुपालवधपादपूर्ति मंत्री क्षेमराजना पुण्यकार्य- वर्णन अनेक महापुरुषोनु जीवन
आत्मारामजी म.नुं जीवनचरित्र | पू. शासनसम्राट् नेमिसूरिजी म.नुं जीवन
अपूर्णकृति
पुण्यानन्दसूरि (?)
(?) २०मी सदी
विजयानन्दाभ्युदयकाव्य
१३. | नेम्यभ्युदय
उदयसूरिजी म.
२० मी सदी
१. 'खीमसीसौभाग्याभ्युदय' काव्यनी कोबा संग्रहनी प्रतिनी नकल अमे करेल छे जे वहेली तके पूर्ण करवानी भावना छे. परंतु ते
ग्रन्थना सर्ग १ ना श्लोक १ थी ५८ (पत्र १ थी ५) न होई अन्य हस्तप्रतनी आवश्यकता छे. २. 'पुण्यानन्दाभ्युदय' काव्य, प्रेसमेटर पू.आ.म.श्री मुनिचन्द्रसूरिजी म. साहेबे तैयार करेल छे.
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अनुसन्धान ४६