________________ -विज्जायकारणम्मि प मर्मरमा नो कति मागाशा कतारवित्ति दुभिक्खयाइ एवं निरागारं पशा पत्तीहिकवलेहि घरेहिं भिक्खाहिं अ व्वेहिजे अत्तपरिच्चायं करिति परिमाणकडयं // 3 // भवं असणं सम्वच पाणां सबखज्ज भुजविही नवोमिरंद मनभावेण भणियों में निरवमेमं ------ -भंगुर गंहि-मुडी घर से उस्साम चिबुकजो इक्खेोमणिय संकेयमिणं धीरेहिं तनाणीहिंशा प्रजापचम्खाण जंतं कालप्पमाणभेएहिं / रिमट्ट-पोरिनीहिं मुहुन-मामड-मासेहिं हा ------ ननबार पोरिसीट पुरिन कामगठाणे या दिन अन्मत्तो चरिमे अभिगारे विर्गा पापा ........ मगदुष्णम्म उ अड्डेन य अंबिलम्मि आगारा पंचेव अमत्तले छप्पाणे चरिम चत्तारित पंच चारो अनिगाहे निनिए अट्ट नवयमाणागा अप्पारणे पंच उहबंति सेसेसुचत्तारिताना नवणी ओगाहिमगे 'अव दहि पिमिय घय गुले चेव / र पारा तेमि भदव्वाणं तु अडेवासा