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हठयोग : एक व्यष्टि-समष्टि विश्लेषण | १७१
___ महाबिन्दु (परमशिव)
उन्मनी (पराचेतना शिवतत्व)
नेवाण (समनी)
शक्ति तत्व
व्यापिनी (व्यामिका)
(+000000
कलाशक्ति
नादान्त (महानाद)
नाद
रोधिनी रोधिनी
अर्धचन्द्र (सूक्ष्म ऊर्जा -४) बिन्दु (अनंत ऊर्जा)
( चेतना के ऊर्ध्व-स्तर)
चित्र-३ निम्न लोकों से ऊर्ध्वलोकों की ओर
आसमस्थ तम आत्मस्थ मन तब हो सके आश्वस्त जम
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