________________
स. १६६४ पालीताना में
पंक्ति (१) १ श्री बुद्धिमुनिजी २ उ० श्री लब्धिमुनिजी ३ गणिवर्यरतनमुनिजी ४ भावमुनिजी ५ प्रेममुनिजी, पंक्ति (२) श्रीनन्दनमुनिजी २ श्रीभद्रमुनिजी ३ दर्शन मुदिनी ४ पूर्णानन्दमुनिजी ५ प्रेमसागरजी A
Jain Education International
श्रीजयानन्दमुनिजी
For Private & Personal Use Only
गणिवर्य श्री बुद्धिमुनिजी
www.jainelibrary.org