________________ आचारांग एवं कल्पसूत्र में वणित महावीर-चरित्रों का विश्लेषग एवं उनको पूर्वापरता का प्रश्न 11 (ख) वैश्रमण एवं शक्रेन्द्र द्वारा आभरण (ख) शाटक के बदले देवदूष्य का उल्लेख / एवं केश-ग्रहण करना / (ग) उस अवसर पर मनःपर्ययज्ञान (ग) वर्षाधिक चीवर धारण कर बाद में उसका का होना। त्याग। (घ) बारह वर्ष तक उपसर्ग सहन करने की प्रतिज्ञा धारण करना / (5) केवल ज्ञान (क) प्रथम उपदेश पहले देवताओं को और बाद में मनुष्यों को देना। अहमदाबाद Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org